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बॉक्सर लवलीना का क्वार्टर फाइनल जीतकर पदक पक्का लेकिन पीवी सिंधु का नहीं, जानिएं ऐसा क्यों ?

Update: 2021-07-30 12:53 GMT

टोक्यो। ओलंपिक में आज का दिन भारत के लिए शानदार रहा। बॉक्सिंग में महिला मुक्केबाज लवलीना ने क्वार्टर फाइनल में जीत दर्ज कर भारत की झोली में मेडल डाल दिया।  वहीँ स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। लेकिन वह अब भी पदक से एक कदम दूर है। लवलीना बॉक्सिंग को क्वार्टर फाइनल जीतकर ही मेडल मिलना तय हो गया है लेकिन सिंधु के लिए अब भी एक जीत की जरूरी है आखिर ऐसा क्यों है ? ये सवाल सभी के मन में गूंज रहा है, आइए आपको समझाते हैं कि आखिर क्या है नियम? 

दरअसल, बॉक्सिंग में तीसरे स्थान के लिए मुकाबला नहीं होता, जबकि बैडमिंटन में इस स्थान के लिए अलग से मैच होता है। बॉक्सिंग में सेमीफाइनल हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को कांस्य पदक दिया जाता है। बॉक्सिंग के इसी नियम के कारण  बीजिंग ओलंपिक में मुक्केबाज विजेंदर सिंह, और रियो में मेरीकॉम को पदक मिला था। विजेंदर और मेरी कॉम दोनों अपना सेमी फ़ाइनल मैच हार गए थे। फिर भी उन्होंने भारत की झोली में कांस्य डाला था। बॉक्सिंग में ये नियम 1952 के ओलंपिक से शुरू हुआ है।  इससे पहले 1948 के ओलंपिक तक तीसरे स्थान के लिए मुकाबला होता था।  

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