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वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर रोड शो में कमलनाथ ने दिखाई ताकत, नहीं बैठे कबाड़ा रथ में

  • साथ बैठे मिर्ची बाबा, 20 हजार की भीड़ हुई हवा

Update: 2020-09-18 21:22 GMT
दो विधानसभाओं में कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत

ग्वालियर, विशेष प्रतिनिधि। प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में राजनीतिक संग्राम शुरू हो गया है। ग्वालियर चंबल अंचल में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किए गए आयोजनों एवं उनके दोरों के बाद राजनीति बेहद गर्मा गई है। भाजपा विशेषकर सिंधिया के आरोपों का पलटवार करने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ग्वालियर आए और लगभग 15 किलोमीटर क्षेत्र में आने वाली दो विधानसभाओं में उन्होंने रोड शो किया। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इसी के साथ जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना हैं, वहां के दावेदार भी अपनी शक्ति दिखाने के लिए गाड़ी घोड़ों के साथ ग्वालियर आए। लगभग साढ़े तीन घंटे तक चले रोड शो के बाद कमलनाथ ने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के समाधि स्थल पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार को दोपहर 12:05 बजे चार्टर विमान से महाराजपुरा हवाई अड्डे आए। उनकी अगवानी पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत, विधायक लाखन सिंह, महेंद्र सिंह चौहान, शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा ने की। उनके स्वागत में विमानतल के बाहर खड़े तमाम बड़े और छोटे कांग्रेस नेताओं को लगभग आधा घंटा कड़ी धूप में इंतजार करना पड़ा। क्योंकि विमानतल के वीआईपी लॉन्च में अगवानी करने वाले नेताओं के साथ उनकी मंत्रणा होती रही। इस दौरान पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधो, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे सहित तमाम नेता पसीने में तरबतर हो गए तो एसी गाड़ियों में बैठ गए।

नहीं बैठे कबाड़ा रथ में

कमलनाथ के लिए स्वराज माजदा वाहन पर रथ तैयार किया गया था। यह गाड़ी बेहद कंडम थी और कड़ी धूप में कमलनाथ इस रथ पर सवार होने के लिए तैयार नहीं हुए। वह इंदीवर लग्जरी गाड़ी में बैठकर ही हवाई अड्डे से रवाना हुए।

वरिष्ठ नेताओं को किया नजरअंदाज

विमानतल पर राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य किसी बड़े नेता के आगमन पर स्थानीय वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को भी उनसे मिलवाने ले जाया जाता है। किंतु शहर अध्यक्ष ने ऐसा कुछ नहीं किया। जिससे पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव, बालेंद्र शुक्ला, पूर्व सांसद रामसेवक बाबूजी, चंद्रमोहन नागोरी, प्रदेश उपाध्यक्ष मुरारी लाल दुबे, वासुदेव शर्मा सहित कई वरिष्ठ नेता स्वागत और इस आयोजन में शामिल ही नहीं हुए।

साथ बैठे मिर्ची बाबा, 20 हजार की भीड़ हुई हवा

पूर्व मुख्यमंत्री के वाहन में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, मिर्ची बाबा, लाखन सिंह पीसी शर्मा आदि सवार होकर चले। किंतु कांग्रेस कार्यालय पर हुई बैठक में 20 हजार लोगों की भीड़ लाने का दावा करने वाले मिर्ची बाबा के साथ एक भी व्यक्ति दिखाई नहीं दिया।

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