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अहमदाबाद में मिले कोरोना के 334 'सुपर स्‍प्रेडर'

Update: 2020-05-10 14:47 GMT

अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में कोरोना वायरस के 334 'सुपर स्प्रेडर' (बड़ी संख्या में दूसरे लोगों को संक्रमित करने वाले) का अब तक पता चला है और इसी मुख्य वजह से 15 मई तक किराना एवं सब्जी की दुकानों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। राज्य सरकार के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।

'सुपर-स्प्रेडर' संक्रामक रोग वाहक हैं जो बड़ी संख्या में लोगों में संक्रमण का प्रसार कर सकते हैं। वे सब्जी विक्रेता अथवा किराना एवं दूध की दुकानों के मालिक हो सकते हैं, पेट्रोल पंप सहायक अथवा कूड़ा एकत्र करने वाले हो सकते हैं। ऐसे लोग अपने काम के चलते जोखिम के वाहक होते हैं जिससे वह खुद संक्रमित होते हैं और दूसरों को भी संक्रमित करते हैं।

गुजरात में शनिवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के सात हजार 794 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि इस बीमारी की वजह से 472 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है। इनमें से अकेले अहमदाबाद में 5540 मामले सामने आये हैं और 363 लोगों की मौत हो चुकी है।

एक अधिकारी ने यहां बताया कि उनका मानना है कि शहर में करीब 14000 ऐसे लोग हैं जिनसे संक्रमण का अधिक जोखिम है और अगले तीन दिन में उन सबकी जांच कराने का निर्णय लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार का अभियान शहर के उप नगरीय इलाके एवं देहात क्षेत्र में भी चलाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि अहमदाबाद नगर निगम ने सक्रिय निगरानी के तहत ऐसे लोगों का पता लगाने का काम 20 अप्रैल से शुरू कर दिया था और अबतक 3817 नमूने एकत्र किये हैं जिनमें से 334 में कोराना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि वेजालपुर इलाके में एक किराना व्यवसायी के शनिवार को संक्रमित होने के बाद पिछले 15 दिन में उस दुकान से खरीदारी करने वाले लोगों से अपने घर में पृथकवास में रहने के लिये कहा गया है।

अहमदाबाद शहर के बाहरी इलाके ढोलका शहर में एक तरबूज विक्रेता में कोराना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है और उसकी पहचान सुपर स्प्रेडर के रूप में की गई है।

जिला विकास अधिकारी अरूण महेश बाबू ने बताया कि उसके संपर्क में आने वाले 96 लोगों को पृथकवास में भेज दिया गया है । इनमें परिवार के सदस्य, साथ काम करने वाले और दूसरे विक्रेता शामिल हैं । इनमें से 12 लेागों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है ।

अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव गुप्ता ने बताया कि दूध एवं दवाइयों की दुकानों को छोड़ कर सात मई से एक हफ्ते के लिये शहर में सभी दुकानों को बंद करने का आदेश निगम की ओर से जारी किये जाने के बाद करीब दो हजार संदिग्ध लोगों की पिछले दो दिन में स्क्रीनिंग की गई है। अधिकारी ने बताया कि सभी संदिग्धों की बुधवार तक जांच कर ली जाएगी। उस वक्त तक शहर में संपूर्ण लॉकडाउन कर दिया गया है। 

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