Pahalgam Attack: पहलगाम हमले पर सख्त हुआ FATF, कहा- आतंक को फंडिंग देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा...

भारत पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में डालने की मांग करता रहा है। अब FATF ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए आतंकी फंडिंग पर सख्त रुख अपनाया है।

Update: 2025-06-16 14:34 GMT

Global watchdog FATF condemns Pahalgam Attack: अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। सोमवार को दिए गए अपने बयान में FATF ने कहा कि वह अब आतंकवाद के लिए होने वाली फंडिंग को रोकने के लिए देशों द्वारा उठाए गए कदमों पर और सख्त नज़र रखेगा। FATF का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पहलगाम आतंकी हमले को 55 दिन बीत चुके हैं।

FATF ने आतंकी फंडिंग पर जताई चिंता

एफएटीएफ ने अपने बयान में कहा कि आतंकी हमले दुनियाभर में लोगों की जान लेते हैं, उन्हें घायल करते हैं और भय का माहौल बनाते हैं। संगठन ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले को लेकर गहरी चिंता जताई है। इसकी सख्त निंदा की है। एफएटीएफ ने यह भी कहा कि ऐसा हमला धन और आतंकियों को समर्थन देने वाले नेटवर्क के बिना संभव नहीं हो सकता था। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारतीय एजेंसियां लगातार पाकिस्तान पर आतंकवाद को संरक्षण देने और विदेशी फंड्स का इस्तेमाल हथियार खरीद में करने का आरोप लगा रही हैं।




दुनियाभर में आतंकी फंडिंग रोकने की दिशा में FATF सक्रिय

एफएटीएफ ने कहा है कि आतंकवाद आज भी दुनियाभर के आम नागरिकों के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। इसी कारण संगठन 200 से अधिक देशों और क्षेत्रों को आतंकी फंडिंग के खिलाफ सख्त कदम उठाने में मदद कर रहा है। इसमें फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यानी वित्तीय खुफिया जानकारी का रणनीतिक रूप से इस्तेमाल भी शामिल है। एफएटीएफ ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अब देशों द्वारा लागू किए गए उपायों की केवल कागजी समीक्षा नहीं कर रहा बल्कि उनकी वास्तविक प्रभावशीलता पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।

एफएटीएफ ने अपने बयान में बताया कि वह जल्द ही आतंकी फंडिंग से जुड़े मामलों पर आधारित एक व्यापक विश्लेषण जारी करेगा। इसमें दुनियाभर से मिले केस स्टडीज और अनुभवों को शामिल किया जाएगा, जिससे आतंकी गतिविधियों में धन के इस्तेमाल को समझा जा सके। साथ ही, एफएटीएफ एक वेबिनार भी आयोजित करेगा, जिससे सार्वजनिक और निजी संस्थानों को इन जोखिमों को पहचानने और उभरते खतरों के लिए सतर्क रहने में मदद मिलेगी।

पाकिस्तान पर फिर सख्त रुख अपनाने की तैयारी में भारत

भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डालने की मांग को दोहराया है। भारत का आरोप है कि पाकिस्तान अब भी आतंकियों को सुरक्षित पनाह दे रहा है। इसी के मद्देनजर भारत एफएटीएफ के एशिया प्रशांत समूह (APG) की 25 अगस्त और एफएटीएफ की 20 अक्टूबर को होने वाली बैठक से पहले एक विस्तृत डोजियर तैयार कर रहा है, जिसमें पाकिस्तान द्वारा एफएटीएफ के मानकों के उल्लंघन के सबूत शामिल होंगे।

इस समय दुनियाभर के 24 देश फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में शामिल हैं, जिन पर आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इन देशों को FATF के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जरूरी सुधार करने होंगे। साल 2018 में पाकिस्तान को भी ग्रे लिस्ट में डाला गया था, लेकिन मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण पर लगाम लगाने की कार्ययोजना सौंपने के बाद अक्टूबर 2022 में उसे इस सूची से हटा दिया गया था।

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