रूस के साथ नहीं हो पाया रक्षा समझौता, रूसी राष्ट्रपति पुतिन के जाते ही इजराइल का बड़ा ऑफर
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भारत का रक्षा समझौता नहीं हो पाया। इसी बीच इजराइल की डिफेंस कंपनी ने रक्षा हथियारों की सप्लाई को लेकर बड़ा अपडेट दे दिया है। नए साल में वहां से आ रहे हथियार बढ़ाएंगे आर्मी की ताकत।
नई दिल्लीः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर भारत आए थे। उम्मीद थी कि दोनों देशों को बीच रक्षा को लेकर कई बड़े समझौते होंगे। हालांकि ऐसा कुछ हो नहीं पाया है। उनके विदाई के बाद ही दूसरे सहयोगी देश इजराइल की तरफ से बड़ी जानकारी आई है।
भारत को जल्द ही ऐसी आधुनिक हल्की मशीन गन मिलने जा रही हैं,जो दुश्मनों की धड़कने बढ़ाने के साथ होश उड़ा देगी। यह मशीनें तेज रफ्तार की तो होंगी साथ ही इनका बैरल कम गर्म होगा। इनका निशाना भी सटीक होगा।
इजराइल की रक्षा कंपनी ने दी जानकारी
इजराइल की एक प्रमुख रक्षा कंपनी ने बताया कि उसकी योजना अगले साल की शुरुआत में भारत को 40,000 लाइट मशीन गन (एलएमजी) की पहली खेप की आपूर्ति करने की है। वहीं, लगभग 1,70,000 नए जमाने की कार्बाइन (एक प्रकार की बंदूक) की आपूर्ति के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर से जुड़ी प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
आईडब्ल्यूआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शुकी श्वार्ट्ज ने यह भी बताया कि उनकी कंपनी फिलहाल भारत के गृह मंत्रालय की विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर पिस्तौल, राइफल और मशीन गन सहित उनके उत्पादों की मार्केटिंग कर रही है।
साल की शुरूआत में आएगी मारक क्षमता वाली बंदूकें
रक्षा कंपनी के सीईओ का कहना कि वह भारत के साथ तीन महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल हैं। इसमें पहला कार्यक्रम 40,000 लाइट मशीन गन का कॉन्ट्रैक्ट है। इस कॉन्ट्रैक्ट पर पिछले साल हस्ताक्षर किए गए थे। हमने सभी परीक्षण और सरकारी जांच पूरी कर ली है। साथ ही प्रोडक्ट का लाइसेंस मिल गया है।
सीईओ के अनुसार उनकी कोशिश है कि नए साल की शुरुआत में पहली खेप की आपूर्ति कर दी जाए। इजराइल से एलएमजी की आपूर्ति पांच साल के लिए है। हम इसे और भी जल्दी दे सकते हैं लेकिन पहली आपूर्ति साल की शुरुआत में होगी।
कैसी इन आधुनिक गन की पावर
इजराइल से आने वाली यह गन इतनी पावरफुल है कि सीमा की सुरक्षा पर लगे जवानों को नई ताकत मिलेगी। यह नई मशीनें लंबी दूरी तक फायर करने, हर मौसम में चलने में सहयोगी होगी। इससे ऑपरेशन में तेजी आएगी साथ ही हर मोर्चे पर बेहतर सुरक्षा देगी।
एलएमजी के अलावा भारत का दूसरा बड़ा टेंडर सीक्यूबी (क्लोज क्वार्टर बैटल)कार्बाइन राइफलों का है। इसमें इजराइल की कंपनी सबसे कम बोली लगाने वाली दूसरी कंपनी है। पहली कम बोली भारत फोर्ज ने लगाई है। इजराइल की कंपनी सीक्यूबी का 40 फीसदी हिस्सा लगभग 1 लाख 70 हजार कार्बाइड राइफल सप्लाई करेंगे।
कॉन्ट्रैक्ट पर साइन का प्री स्टेज चल रहा है। यह साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। इस टेंडर में 60% कार्बाइन भारत फोर्ज बनाएगी, जबकि बाकी 40% अदाणी ग्रुप की सब्सिडियरी PLR सिस्टम्स के जरिए IWI सप्लाई करेगी।