मंदिरों के प्रसाद में जहर, सड़कों पर धमाके की साजिश बेनकाब
बाबरी विध्वंस की बरसी पर 32 कारों से धमाकों की योजना थी
दिल्ली में हुए धमाके के बाद देश में आतंकी साजिशों का लगातार खुलासा हो रहा है। गुजरात से लेकर दिल्ली तक जांच एजेंसियों को ऐसे षड्यंत्र और मॉड्यूल्स का पता चला है जो न केवल धार्मिक स्थलों पर सामूहिक नरसंहार की साजिश रच रहे थे, बल्कि देशभर में धमाकों के जरिए दहशत फैलाने की योजना भी बना चुके थे।
गुजरात एटीएस और दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि अफगानिस्तान से संचालित आतंकी नेटवर्क भारत में 'धार्मिक युद्ध' जैसी स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहा था। एक ओर मंदिरों में प्रसाद के जरिए 'रिसिन' जहर मिलाकर लोगों को मारने की साजिश थी, तो दूसरी ओर 32 कारों से धमाकों की योजना बनाकर 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी को खून-खराबे में बदलने की तैयारी थी।
धार्मिक ध्रुवीकरण करने की साजिश
भारत में आतंकवादी संगठनों का मकसद केवल हिंसा नहीं, बल्कि धार्मिक ध्रुवीकरण और समाज में अविश्वास पैदा करना है। जांच एजेंसियों के इन खुलासों ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि भारत के खिलाफ चल रही 'आतंकी छाया' अब डॉक्टरों, शिक्षकों और पढ़े-लिखे लोगों तक फैल चुकी है।
डॉ. मोहिउद्दीन, सोहेल (लखीमपुर खीरी) और आजाद सैफी (शामली) ने स्वीकार किया कि वे नई दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद के बड़े मंदिरों में प्रसाद में घातक जहर 'रिसिन' मिलाकर सामूहिक हत्याएं करने की साजिश रच रहे थे। उनका सीधा संपर्क अफगानिस्तान में बैठे हैंडलर 'अबू खदीजा' से था। आरोपियों ने लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर और अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर की तस्वीरें भेजी थीं।
लुधियाना में ग्रेनेड हमले के मॉड्यूल का खुलासा, 10 आईएसआई आतंकी पकड़े गए
रिसाद में रिसिन जहर मिलाने की साजिश की जानकारी मिली है। रिसिन अरंडी से निकाला जाने वाला अत्यंत जहरीला जैविक पदार्थ है। विशेषज्ञों के मुताबिक इसकी सिर्फ 1 मिलीग्राम मात्रा भी इंसान की जान लेने के लिए काफी है। यह जहर कई देशों में 'बायोलॉजिकल वेपन' के रूप में वर्गीकृत किया गया है। एटीएस ने आरोपियों के पास से रिसिन का स्टॉक बरामद किया है।
लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस ने विदेश स्थित हैंडलरों के 10 प्रमुख ऑपरेटिवों को गिरफ्तार किया है। यह मॉड्यूल राज्य में अशांति पैदा करने के लिए एक भीड़भाड़ वाले इलाके में ग्रेनेड हमला करने की योजना बना रहा था। गिरफ्तार ऑपरेटिव पाकिस्तानी हैंडलरों के निर्देश पर काम कर रहे थे।
बाबरी विध्वंस का बदला लेने की कोशिश
दिल्ली धमाके की जांच में सामने आया है कि यह हमला 'रिवेंज सीरीज' का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर देशभर में 32 कार धमाके कराना था। जांच एजेंसियों को अब तक चार कारें बरामद हुई हैं। आतंकियों ने ब्रेजा, स्विफ्ट डिजायर, आई20 और इकोस्पोर्ट जैसी कारों में बम भरकर विभिन्न शहरों में पार्क करने की योजना बनाई थी।
तीन बड़े खुलासे
लाल किले की रेकी
गिरफ्तार आरोपियों में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुजम्मिल गनी और मृत घोषित डॉ. उमर नबी शामिल थे। जनवरी में दोनों ने लाल किले की कई बार रेकी की थी और सुरक्षा पैटर्न का विश्लेषण किया था। एजेंसियों को शक है कि 26 जनवरी को हमला करने की योजना पहले ही विफल हो चुकी थी।
6 दिसंबर को धमाकों की दो प्लानिंग
गिरफ्तार आतंकियों ने खुलासा किया कि उमर नबी का इरादा 6 दिसंबर को दिल्ली और अन्य शहरों में धमाके कराने का था, लेकिन मुजम्मिल की गिरफ्तारी और नेटवर्क टूटने के कारण योजना अधूरी रह गई।
खाद की बोरियों में विस्फोटक
डॉ. गनी फरीदाबाद में किराए के कमरे में खाद की बोरियों के नाम पर विस्फोटक जमा कर रहा था। पड़ोसियों ने शक होने पर पूछा तो उसने कहा कि ये बोरियां कश्मीर ले जानी हैं। पुलिस ने वहां से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लिए।