प्रयागराज: नैनी की हाई सिक्योरिटी सेल में बंद अतीक के बेटे अली के पास मिली नोटों की गड्डियां...
चर्चित उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी है अली, मुख्यालय की सीसीटीवी से पकड़ में आया मामला
प्रयागराज। केंद्रीय कारागार नैनी की गतिविधियां एक बार फिर उजागर हुई। इसके बाद जेल का स्थानीय प्रशासन खासकर सिक्योरिटी फिर चर्चा में आ गई है। चर्चित उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी और माफिया अतीक अहमद का बेटा अली केंद्रीय कारागार नैनी की हाई सिक्योरिटी सेल का कैदी है।
उसके पास से नोटों की गड्डी पकड़ी गई है। इसमें डिप्टी जेलर कांति देवी और वार्डन संजय द्विवेदी को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले को कारागार स्थानीय प्रशासन ने छिपाने की भरपूर कोशिश भी की पर लखनऊ मुख्यालय की सीसीटीवी की पकड़ में मामला आ गया। डीजी जेल ने खुद मामले को देखा। तत्काल नैनी कारागार अधिकारियों को भेजकर कार्रवाई कराई।
चर्चित माफिया अतीक अहमद का लड़का उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी है। 30 जुलाई 2022 को अली ने प्रयागराज जिला न्यायालय में सरेंडर किया तब से अली केंद्रीय कारागार नैनी की हाई सिक्योरिटी सेल का कैदी है।
कुछ दिनों पहले इसे आईएस -2207 गैंग का लीडर घोषित किया गया है। 16 जून को अली से मिलने आए एक वकील ने इसको रुपए थमाए। रुपयों को गिनने के बाद जेब में डालते हुए अली सिक्योरिटी सेल में लगी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। सीसीटीवी को लखनऊ जेल मुख्यालय प्रशासन से भी कनेक्ट किया गया है।
वहां के सीसीटीवी में भी आ गया। 17 जून को मामला सामने आने के बाद डीजी जेल ने डीआईजी राजेश श्रीवास्तव को नैनी जेल भेजा। जांच में मामले का खुलासा हुआ। डिप्टी जेलर कांति देवी और वार्डेन संजय द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। घटना की विभागीय जांच की जा रही है।