दिल्ली के मुस्तफाबाद में गिरी इमारत: चार लोगों की दर्दनाक मौत, मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका
Mustafabad Building Collapses : नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां एक छह मंजिला इमारत अचानक ढह गई, जिसके मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। इस भयावह हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, एनडीआरएफ, और दिल्ली अग्निशमन सेवा की टीमें मौके पर पहुंच गईं और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस इमारत में यह हादसा हुआ, वहां निर्माण कार्य चल रहा था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विनीत कुमार ने बताया कि यह घटना 17 अप्रैल 2025 की शाम करीब 7 बजे हुई। उन्होंने कहा, "हमें सूचना मिली कि धूल भरी आंधी के कारण यह इमारत ढह गई। हमारी टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू किया। अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।"
रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी
डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया कि उन्हें 18 अप्रैल 2025 की सुबह करीब 2:50 बजे इमारत ढहने की सूचना मिली। उन्होंने कहा, "हमारी टीम मौके पर पहुंची और पाया कि पूरी इमारत मलबे में तब्दील हो चुकी है। हमें कई लोगों के मलबे में फंसे होने की जानकारी मिली है। एनडीआरएफ और दिल्ली अग्निशमन सेवा की टीमें मिलकर बचाव कार्य में जुटी हैं।"
10 लोगों को सुरक्षित निकाला
पुलिस के अनुसार, अब तक 10 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला जा चुका है। एक स्थानीय व्यक्ति के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में इमारत के ढहने की पूरी घटना कैद हो गई, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। यह फुटेज जांच में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
एक प्रत्यक्षदर्शी महिला ने बताया, "यहां दो पुरुष और उनकी दो बहुएं रहती थीं। बड़ी बहू के तीन बच्चे हैं, और दूसरी बहू के भी तीन बच्चे हैं। हादसे के बाद से वे कहीं दिखाई नहीं दे रहे। हमें उनकी हालत के बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा।" उनकी आवाज में डर और चिंता साफ झलक रही थी।
क्या है हादसे का कारण?
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि धूल भरी आंधी इस हादसे की मुख्य वजह हो सकती है। हालांकि, निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की अनदेखी भी इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है। स्थानीय लोग और विशेषज्ञ इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सख्त नियमों और नियमित निरीक्षण की मांग कर रहे हैं।
पिछले हफ्ते भी हुआ था ऐसा ही हादसा
गौरतलब है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले सप्ताह भी पूर्वी दिल्ली के मधु विहार पुलिस स्टेशन के पास धूल भरी आंधी के कारण एक निर्माणाधीन इमारत ढह गई थी। उस हादसे में एक व्यक्ति की जान चली गई थी, और दो लोग घायल हो गए थे। बार-बार हो रहे इन हादसों ने निर्माण कार्यों की सुरक्षा और गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।