मिताली राज ने क्रिकेट से लिया सन्यास, 23 साल के करियर का अंत
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नईदिल्ली। भारतीय महिला टेस्ट और वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने बुधवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। मिताली ने खेल से संन्यास की घोषणा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया।मिताली ने ट्वीट किया, ''पिछले 23 साल मेरे जीवन के सबसे अधिक संतोषजनक, चुनौतीपूर्ण और आनंददायक वर्ष रहे हैं। सभी यात्राओं की तरह इसका भी अंत होना चाहिए।''
Thank you for all your love & support over the years!
— Mithali Raj (@M_Raj03) June 8, 2022
I look forward to my 2nd innings with your blessing and support. pic.twitter.com/OkPUICcU4u
अपने आखिरी अंतरराष्ट्रीय करियर में मिताली ने मार्च में न्यूजीलैंड में खेले गए एकदिवसीय विश्व कप में टीम का नेतृत्व किया। उनकी कप्तानी में टीम ने विश्व कप में तीन मैच जीते और चार हारे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप में एक ग्रुप स्टेज मैच में अपनी अंतिम अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति में मिताली ने 68 रन बनाए। कुल मिलाकर उन्होंने 12 टेस्ट, 232 एकदिवसीय और 89 टी-20 में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
रिकार्डों की लगाई झड़ी -
अपने लंबे करियर के दौरान 39 वर्षीय मिताली ने कई रिकॉर्ड बनाए। अक्टूबर 2019 में राज एकदिवसीय क्रिकेट में पूरे दो दशक खेलने वाली पहली महिला क्रिकेटर बनीं। उन्होंने भारत के लिए जो 232 एकदिवसीय मैच खेले, वह एक महिला क्रिकेटर द्वारा एकदिवसीय मैचों में खेले गए सबसे अधिक मैच हैं और 7805 रनों के साथ वह महिला एकदिवसीय मैचों में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड रखती हैं।उन्होंने 155 एकदिवसीय मैचों में भारत का नेतृत्व किया है।जो प्रारूप में एक कप्तान द्वारा सबसे अधिक है। 22 साल और 274 दिनों में उन्होंने महिला एकदिवसीय मैचों में सबसे लंबे करियर का आनंद लिया है और प्रारूप में 6000 रन बनाने वाली पहली महिला हैं।
टेस्ट मैच में दोहरा शतक -
वह एकमात्र भारतीय कप्तान होने का गौरव रखती हैं (पुरुष या महिला), जिसने देश को 50 ओवर के विश्व कप के दो फाइनल में पहुंचाया। वह महिला टी-20 में भारत के सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी भी हैं। 19 साल और 254 दिनों की उम्र में मिताली राज ने इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में दोहरा शतक बनाया। इसके साथ ही वह महिला टेस्ट मैचों में दोहरा शतक बनाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गईं।
स्वदेश डेस्क
वेब डेस्क