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वाराणसी: ईलाज के अभाव में किसी की गई जान तो ग्रामीण नोडल अधिकारी होंगे जिम्मेदार-डीएम

डीएम ने कोविड से होने वाली मृत्यु की सूचना भी प्रतिदिन तलब करते हुए कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु दवा, अस्पताल इत्यादि के अभाव में होती है तो वहां के ग्राम स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जायेगी।

Update: 2021-05-07 17:19 GMT

वाराणसी: जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए दवा वितरण एवं सेनिटाइजेशन इत्याबदि के संबंध में लगाई गयी टीमों के साथ बैठक की।

सर्किट हाउस सभागार में बैठक के दौरान उन्होंने ब्लाकवार, तहसीलवार एवं पीएचसी वार प्रत्येक कर्मचारियों द्वारा अबतक किये गये दवाओं के वितरण की जानकारी ली। उन्होंने सिम्प्टोमैटिक लोगों को भी शत-प्रतिशत दवाओं के वितरण पर जोर देते हुए कहा कि कोई भी छूटने न पाये। दवा वितरण की जानकारी देते हुए बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज 9783 व्यक्तियों को दवा का वितरण किया गया।

उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में अच्छा कार्य हुआ है परन्तु हमें शत-प्रतिशत लोगों तक दवा वितरण एक-दो दिन के भीतर ही पूरा करना है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि निगरानी समितियों और एक्टिवेट करते हुए उन्हें इस कार्य में लगया जाय क्योंकि वे गाॅव के ही लोग होते हैं तथा उन्हें प्रत्येक घर के बारे में मालूम होता है।

दवा वितरण एवं अन्य कार्यों के निगरानी के लिए लगाये गये समस्त नोडल अधिकारी से उन्होंने फीडबैक लिया । विकास खण्ड चोलापुर, हरहुआ, बडागांव में दवा वितरण की संख्या काफी होने तथा ग्राम स्तरीय कर्मचारियों के गावों में जाने को लेकर चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि कल से कोई भी कर्मचारी यदि फिल्ड में निकलकर सौपें गये कार्यों को जिम्मेदारी के साथ नहीं निभाता है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही भी की जायेगी।

बडागांव, चोलापुर, हरहुआ के एमओआईसी को भी नोटिस जारी करने का निर्देश देते हुए कहा कि यदि कल तक दवा वितरण का कार्य शत-प्रतिशत पूरा नहीं होता है तो इनके निलंबन की कार्यवाही भी की जायेगी। प्रत्येक गांव में कोविड से होने वाली मृत्यु की सूचना भी प्रतिदिन तलब करते हुए कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु दवा, अस्पताल इत्यादि के अभाव में होती है तो वहां के ग्राम स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जायेगी।

जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक पीएचसी एवं सीएचसी पर पर्याप्त मात्रा में एलटी, दवा एवं गाडियां दी गयी है। इसके बाद भी यदि कोई शिकायत आती है तो संबंधित एमओआईसी इसके लिए जिम्मेदार होंगे।

उन्होंने समस्त उपजिलाधिकारीगण को निर्देशित किया कि इसकी प्रतिदिन की सूचना अपडेट रखें तथा जिस भी गांव में सिम्प्टोमैटिक मरीजों की संख्या 20 से अधिक है वहां प्राथमिकता पर टेस्टिंग, दवा वितरण इत्यादि करायें। समस्त विकास खण्ड एवं तहसीलों पर कंट्रोल रूम भी बनाया गया है जहाॅ पर कोई भी व्यक्ति कोविड से संबंधित समस्या की समाधान पा सकता है तथा आवश्यकता पडने पर अस्पताल इत्यादि की भी मदद की जायेगी।

उन्होंने प्रत्येक उपजिलाधिकारीगण को निर्देशित किया कि कम्यूनिटी किचेन के माध्यम से गरीब, प्रवासी एंव दिहाडी मजदूरों को खाना पहॅंचाया जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, समस्त अपर जिलाधिेकारी, उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी एवं ग्रामीण क्षेत्र के एमओआईसी उपस्थित रहे।

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