वाराणसी: ऑक्सीजन प्लांट लगाने हेतु उद्योगपति आरके पचौरी ने दिए 1 करोड़

उद्योगपति आरके चौधरी से ऑक्सीजन की कमी से मरते हुए लोगो के परिजनों की सिसकिया ना देखी गई। जिसके बाद उन्होंने जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए एक करोड़ रुपये दे दिया।

Update: 2021-04-26 05:23 GMT

वाराणसी: कोरोना का दूसरा चरण इतना खतरनाक होगा इसकी संभावना शायद ही किसी को थी। अस्पताल हो या शमशान हर जगह कतारें है। अस्पतालों में कोई अपने कोरोना संक्रमित मरीज के लिए ऑक्सीजन को लेकर परेशान है तो कोई इंजेक्शन के लिए। इसी इंतजार में रोज कई लोग काल के गाल में समा जा रहे है। जहाँ इस परीस्थिति में कुछ व्यापारी दवा और ऑक्सीजन कि चोरबाजारी कर लाभ कमाने में लगे है। वही ठीक उसके उलट शहर के एक उद्योगपति आरके चौधरी से ऑक्सीजन की कमी से मरते हुए लोगो के परिजनों की सिसकिया ना देखी गई। जिसके बाद उन्होंने जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए एक करोड़ रुपये दे दिया।

ऑक्सीजन प्लांट औरंगाबाद से चल चुका है। जो मंगलवार तक वाराणसी पहुच जाएगा। प्लांट के इंस्टालेशन के लिए इंजीनीयर भी शहर में आ चुके है। आरके चौधरी इस कार्य मे युद्धस्तर पर लगे हैं। ताकि अगले तीन से चार दिनों में प्लांट प्रोडक्शन में आ सके। इस प्लांट के चालू होने से शहर ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगा। साथ ही आसपास के जिलों को भी ऑक्सीजन आपूर्ति में सक्षम हो जाएगा।

इंडियन इंडस्ट्री एसोसीएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरके चौधरी ने कहा इस संकट की घड़ी में सभी उद्यमी व व्यापारी राष्ट्र सेवा में लगे है। इन विषम परिस्थितियों में हमारा कर्तब्य है कि किस प्रकार राष्ट्र को हम इस आपातकालीन विभीषिका से निकाल कर देशवासियो की जान बचाएं। आईआईए परिवार जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस पुनीत कार्य मे जोरशोर से लग गया है।

इस बाबत जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि बनारस में ऑक्सीजन की कमी है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रमुख उद्यमी आरके चौधरी ने पंडित दीनदयाल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की बात कही थी। जिसके लिए जिला प्रशासन को उनकी तरफ से एक करोड़ रुपया मिल गया है। औरंगाबाद की कंपनी को गैस प्लांट लगाने का ठेका दिया गया है। इसी कंपनी के जिले में कई गैस प्लांट लगे है। प्लांट चालू हो जाने पर पंडित दीनदयाल अस्पताल के 120 बेड को ऑक्सीजन मिलेगा। 120 सिलेंडर भरने के लिए चंदौली के कई चक्कर लगाने पड़ते थे लेकिन प्लांट लगने के बाद काफी हद तक समस्या दूर हो जाएगी। साथ ही खाली 120 सिलेंडर का अन्य मरीजो के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। प्रमुख उद्यमी आरके चौधरी की तरह ही अन्य व्यापारियों को भी इस तरह के अच्छे कार्य के लिए आगे आना चाहिये।

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