कानपुर। लखनऊ से दिल्ली जा रही एक वॉल्वो बस में मंगलवार देर रात लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर अचानक आग लग गयी। आग लगते ही चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। जिसके बाद यात्रियों ने सामान छोड़कर बस से कूदकर अपनी जान बचायी और देखते ही देखते पूरी बस जलकर खाक हो गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस और दमकल की गाड़ियों ने आग को बुझाया, लेकिन तब तक यात्रियों का लाखों का सामान जल चुका था। हालांकि इसके पहले पीआरवी के जवान पहुंच चुके थे और यात्रियों को बाहर निकालने में मदद की।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार देर रात एक निजी वॉल्वो बस लखनऊ से दिल्ली जा रही थी। बस अभी कानपुर जनपद के बिल्हौर के अरौल कस्बे के पास ही पहुंची थी कि अचानक इंजन से धुंआ निकलने लगा। हादसा भांप चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बस को सड़क के किनारे लगाया और यात्रियों को कूद जाने की बात कही। यात्री बाहर निकल भी नहीं पाए थे कि बस में आग की लपटें निकलने लगीं। इस पर यात्री चीख पड़े और परिचालक ने सामान छोड़कर यात्रियों को नीचे आने को कहा। हाइवे पर खड़े पीआरवी 430 के जवानों की नजर पड़ी तो तुरंत वे मौके पर पहुंचे। इसके बाद आरक्षी आदर्श कुमार, मुख्य आरक्षी शिशुपाल सिहं व आरक्षी चलक हरिभान सिंह ने साहस दिखाते हुए बस के शीशे तोड़े और कई यात्रियों को बाहर निकाला गया। इस दौरान बस आग का गोला बन गई। घटना के बाद बस चालक व परिचालक वहां से फरार हो गए। आग की लपटों में यात्रियों का लाखों का सामान जलकर खाक हो गया और यात्री चिल्लाते रहे। सूचना पर इसी बीच वहां बिल्हौर इंस्पेक्टर ज्ञान सिंह व फायर स्टेशन से दमकल की गाड़ियां पहुंच गई। लेकिन तब तक आग खाक हो चुकी थी, फिर भी दमकल की टीम ने काफी देर की कोशिश के बाद बस की आग को पूरी तरह बुझाया।
इंस्पेक्टर ने बताया कि चालक व परिचालक भाग गये हैं, लेकिन उनकी समझदारी से यात्रियों की जान बची है। कहा कि बस में करीब 50 यात्री सवार थे, उन्हे किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।डायल 100 के तीन सिपाही आग से झुलस गये हैं। कहा, सभी यात्रियों को देर रात करीब दो बजे के बाद दूसरे वाहनों से रवाना कर दिया गया है और किसी भी यात्री ने चालक व परिचालक के खिलाफ तहरीर नहीं दी है।