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ढाई से तीन हजार निराश्रित गौवंश को मिलेगा आश्रय

Update: 2022-07-24 15:33 GMT

बांदा। जिले में निराश्रित व बेसहार गौवंश के लिए सरकार द्वारा गांव- गांव में स्थाई व अस्थाई गौशाला संचालित की जा रही हैं। इनमें 50 हजार से अधिक गौवंश पल रहे हैं। अब सरकार प्रत्येक ब्लाक में एक-एक वृहद गौ संरक्षण केंद्र बनाने को मंजूरी दे दी है। इसकी लागत तो अभी तय नहीं है लेकिन अनुमानित लागत करीब 30 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

अति वृहद गौ संरक्षण केंद्र 25 से 50 एकड़ भूमि में बनेगा। जिले में आठ विकास खंड हैं। लिहाजा जिले में आठ अति वृहद गौ संरक्षण केंद्र का निर्माण होगा। इसमें करीब ढ़ाई से तीन हजार गौ वंश पाले जाएंगे। पशुपालन विभाग का कहना है कि जमीन चिन्हांकन के लिए उपजिलाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। सभी ब्लाकों में भूमि का चिन्हांकन होने के बाद प्रस्ताव शासन को भेज कर पैसे की मांग की जाएगी।

-जिले के सभी आठो ब्लाकों में एक-एक अति वृहद गौ संरक्षण केंद्र का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए शासन से मंजूरी मिल गई है। ब्लाकों में जमीन चिन्हांकन की प्रकिया पूरी होने के बाद शासन को प्रस्ताव भेज धनराशि की मांग की जाएगी। डा. एसपी सिंह, सीवीओ बांदा

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