मथुरा में जलसंरक्षण के लिए प्रभावी योजना बनायें: जलगुरू

Update: 2019-03-03 18:06 GMT

वाटर रिचार्ज के उपायों पर एमवीडीए सभागार में हुआ मंथन

मथुरा। जनपद मथुरा में खारे पानी की समस्या से निजात दिलाने एवं गिरते जल स्तर को ऊंचा करने के लिए जल संरक्षण पर एक कार्यशाला का आयोजन मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जल गुरू व प्रदेश सरकार के जल संरक्षण सलाहकार, डीजी विशेष जांच महेन्द्र मोदी ने कहा कि मथुरा जनपद में जल संरक्षण के लिए प्रभावी योजना तैयार करें, जिससे इस समस्या से निजात मिले सके।

उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे तालाब और सोख्ता गढढा बनाने से गिरते जल स्तर को ऊँचा करने में तथा खारे पानी को मीठा करने में बड़ी सहूलियत मिलेगी। उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों में तालाबों का आकार योजना के अनुरूप कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को कार्यवाही सुनिश्चित कराने को कहा।

उन्होंने कहा कि जनपद में जिला सिंचाई योजना समिति को सक्रिय होना चाहिए और संबंधित विभागों द्वारा पूरा डेटा नोडल अधिकारी के पास उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने कहा कि जितने भी तालाब हैं उनका जियो टैगिंग होना चाहिए। इस कार्य के लिए जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देश देते हुए एक सप्ताह में डाटा तैयार कराने को कहा। उन्होंने बताया कि अधिशासी अभियंता सिंचाई की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है जिसमें भूमि संरक्षण, आईडब्लूएमपी, तकनीकी सहायक मनरेगा, सहायक अभियंता लघु सिंचाई संबंधित डेटा अधिशासी अभियंता सिंचाई को उपलब्ध करायेंगे।

इस दौरान केन्द्र सरकार के सलाहकार व राजस्थान जल संरक्षण श्रीराम विदेरे ने जल संरक्षण के तकनीकी पहलुओं पर विस्तारपूर्वक बताते हुए जल संचयन के संबंध में बताया। इसके अतिरिक्त नहर, रजवाह, माइनरों में चैकडैम बनवाने तथा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अपनाने की सलाह दी। उन्होंने जिलाधिकारी स्तर से भी प्रभावी कार्यवाही कराने को कहा। उन्होंने बताया कि 15 प्रान्तों में 188 प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर देश में 647 जल संरक्षण संरचनाएं तैयार करायीं हैं।

जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने अधिकारियों से कहा कि इस कार्य को एक मिशन के रूप में लेना है, क्योंकि जनपद मथुरा का प्रोजेक्ट बन जायेगा तो यह प्रदेश में मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में कार्य होगा। उन्होंने बताया कि आगामी 30 मार्च तक ग्राम पंचायतों में 500 तालाब खोदे जायेंगे, जिसमें से वर्तमान में 128 तालाब खोदे जा रहे हैं। मनरेगा के तकनीकी सहायक के पास हर तालाब की पूरी जानकारी उपलब्ध है।

कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्रालय से राजेश भंडारी, जोशी जी, मुख्य विकास अधिकारी रामनेवास, एसडीएम सदर क्रान्तिशेखर सिंह, अधिशांसी अभियंता सिंचाई मोरमुकुट सिंह, जिला विकास अधिकारी प्रदीप कुमार यादव, डीसी मनरेगा सत्यराम यादव, सभी बीडीओ, सहायक ग्राम पंचायत अधिकारी सहित उपस्थित रहे।  

Similar News