मथुरा। सुरीर थाना क्षेत्र के गांव हरनौल में साधु की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। वह वृंदावन से लौट कर घर आ रहा था। रास्ते में गांव के समीप घायल अवस्था में पड़ा मिला था। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस को परिजनों ने कार्यवाही कराने से इंकार कर दिया। परिजनों का कहना था कि उसकी हादसे में मौत हुई है।
थाना सुरीर के गांव हरनौल निवासी पप्पू शर्मा (48) साधु के रुप में रहता था। बुधवार शाम वह मोपेड से वृंदावन से वापस घर लौट रहा था। गांव के समीप वह घायल अवस्था में सती मंदिर के समीप सडक़ किनारे पड़ा हुआ देख ग्रामीणों ने इसकी जानकारी उसके परिजनों को दी। परिजन उसे गंभीर हालत देख उपचार के लिए अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने उनकी मौत की सूचना पुलिस को नहीं दी थी।
गुरुवार सुबह परिजन अंत्येष्टि करने के लिए शव को ले जा रहे थे। इस दौरान किसी ने 100 नंबर पर पुलिस को साधु की हत्या होने की सूचना दी। यूपी 100 पुलिस के अलावा इंस्पेक्टर महेंद्र कुमार मय पुलिस फोर्स के साथ हरनौल मोड़ पर पहुंच कर शव को रोक लिया। पुलिस ने मौत के बारे में परिजनों एवं ग्रामीणों से पूछताछ की। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक पप्पू शर्मा साधु के रूप में रह रहे थे। घर में उनका बेटा बीमार है जिसके इलाज के लिए उन्होंने 10 बीघा खेत बेच दिया था।
परिजनों ने हत्या के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि हादसे में घायल होने पर उनकी मौत हो गई थी। परिजनों ने उनकी मौत को लेकर कोई कार्यवाही करने से इंकार दिया। जिसे देख पुलिस ने पंचनामा भर शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। गांव में साधु की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। इंस्पेक्टर महेंद्र कुमार का कहना है कि साधु की हादसे में घायल होने पर मौत बताई गई है। परिजनों द्वारा कोई रिपोर्ट अथवा पोस्टमार्टम कराने से इंकार करने पर पंचनामा भरकर शव को सुपुर्द कर दिया।