शासन की बेरूखी से संविदा कर्मचारियों में बढ़ रही है नाराजगी

Update: 2019-01-24 17:17 GMT


मथुरा। हड़ताल के चौथे दिन स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों में सरकार की बेरूखी के चलते नाराजगी बढऩे लगी है।

एनएचएम संघ के कर्मचारियों के द्वारा बताया गया कि उनके नोडल अधिकारियों द्वारा उन पर कार्य पर वापस लौटने हेतु अनावश्यक दबाव डाला जा रहा है, उनके कार्य पर ना आने की स्थिति में अनावश्यक मानसिक प्रताडऩा की भाषा का प्रयोग करते हुए उनसे कहा जा रहा है कि यदि संविदाकर्मी कार्य पर ना लौटे तो उनकी संविदा समाप्त कर उन्हे स्वास्थ्य केन्द्र पर घुसने नहीं दिया जायेगा।

एनएचएम के जिला संरक्षक संजय सिहोरिया ने कहा कि सम्पूर्ण डीपीएम यूनिट एनएचएम कर्मीयों के साथ है तथा हर परिस्थिति में संघ के साथ है। संविदा आयुष यूनियन के अध्यक्ष डा. मेघश्याम गौतम ने कहा कि संविदा कर्मीयों में वे सबसे वरिष्ठ हैं और अपने कार्यदायित्वों और अपनी कड़ी मेहनत से उन्होने कई नियमित कर्मचारियों को पीछे छोड़ा है।

उनका कहना है कि एनएचएम स्कीम सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से है जब तक एनएचएम स्कीम रहेगी तब संविदा कर्मचारी रहेगें आपको कोई हटा नहीं सकता। अध्यक्ष अमरगोपाल एवं महामन्त्री पवन गौतम ने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों का किसी भी प्रकार का मानसिक शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शुक्रवार को शासन और प्रशासन की बुद्धि की शुद्धि के लिए महायज्ञ का आयोजन किया जायेगा। धरना स्थल पर बीजेपी के विधायक पूरन प्रकाश ने आश्वासन दिया कि सरकार आपकी मांगे मानेगी परन्तु संविदा कर्मीयो ने कहा कि आश्वासन नहीं अधिकार चाहिए उनका नारा था कि जो अधिकार दिलायेगा वो सरकार चलायेगा। इस अवसर पर ममता चौधरी, विष्णुयादव, आलोक तिवारी, सविता शर्मा, कविता सारस्वत, डिम्पल, स्वातीगुप्ता, मधु यादव, सलोनी, एस मसीह, गीता, नीतू शर्मा, फौजिया, डॉ. बवली चौधरी, श्याम सुंदर आदि मौजूद रहे।




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