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बरसात के बाद ताल तलैया बना शहर, मुख्य मार्गो पर भरा जल

यातायात व्यवस्था चरमराई, घंटों जाम में फंसे रहे लोग, हाइवे पर वाहनों की कतार लगी

Update: 2018-07-26 06:15 GMT

मथुरा। शहर में हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर ताल तलैया में तब्दील हो गया। शहर के अंदर आने के सारे मार्ग अवरूद्ध हो गए। बारिश से नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खुलकर सामने आ गई। रेलवे पुलों के नीचे पानी निकालने के लिए नगर निगम द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई। चारों तरफ यात्री जाम में फसे रहे। बुधवार को हुई बारिश ने नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी। एक जगह नहीं पूरा शहर ताल तलैया बन गया। जहां नए बस अड्डेे के समीप रेलवे पुल के नीचे पांच-पांच फुट पानी भर जाने के कारण रोडवेज बसों का आवागमन रोकना पड़ा। पुल के नीचे रोडवेज की दो बसें खराब हो गई। इससे छोटे वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो गया। गोवर्धन जाने वाली बसें जस की तस खड़ी हो गई। श्रद्धालुओं को मुडिय़ा पूर्णिमा पर परिक्रमा लगाने जाने के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। भूतेश्वर पुल के नीचे भी यही हाल था। यहां से लोगों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।

इसके अलावा कंकाली, कृष्णानगर, होलीगेट, पुराना बस अड्डा, महोली रोड, मसानी सहित पूरे शहर में हर जगह पानी ही पानी दिखाई दिया। पानी के कारण पूरा शहर में जाम के हालात बन गए। जो जहां था वहीं ठहर गया। सुबह से हो रही बारिश के बाद भी नगर निगम के अधिकारी और न ही जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर गया। वर्षा बंद होने के बाद नगर निगम ने पुलों के नीचे से पानी निकलवाना उचित नहीं समझा। जहां जहां नगर निगम ने नालों से सफाई कराई उस सिल्ट को चार दिन बाद भी नहीं उठाया। नतीजा यह सिल्ट वापस नालों में चली गई। भैंस बहोरा में तो सिल्ट के कारण पूरा रोड ही जाम हो गया। वहां भी घुटनों घुटनों पानी भर गया। इससे तो पालिका ही अच्छी थी। नगर निगम बनने के बाद तो सफाई व्यवस्था सुधरने के बजाए और बिगड़ गई। इससे पूरे शहर की यातायात व्यवस्था आज चरमरा गई। 

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