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जीएलए में की पढ़ाई, अब आईईएस परीक्षा में मिली 122वीं रैंक, जानिए चंद्र प्रकाश से सफलता के मंत्र

Update: 2019-08-03 08:49 GMT

मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय के अल्यूमिनाई छात्र चन्द्र प्रकाश ने कहा कि हर कठिन कार्य को परिश्रम से सफल बनाया जा सकता है। सफलता को हाथ में थामने के लिए छात्रों को एक अच्छे संस्थान की जरूरत है। छात्र चंद्र प्रकाश ने जीएलए विश्वविद्यालय से वर्ष 2015 में बीटेक मैकेनिकल से इंजीनियरिंग की है। छात्र का पढ़ाई के दौरान ही जीएलए से इंफोसिस कंपनी में चयन हो गया था, लेकिन आगे बढ़ने के लिए छात्र ने यह कंपनी ज्वाइन नहीं की और आईईएस परीक्षा की तैयारी करते रहे। परीक्षा की तैयारी के दौरान ही कोल इंडिया और स्टील प्लांट कंपनी से आॅफर लेटर मिला। यह कंपनियां भी ज्वाइन नहीं की।

तैयारी के दौरान अधिक समय बीत जाने के कारण मन नहीं लगा तो मेड ईजी में कंटेट एडीटर के पद पर नौकरी हासिल की। अल्यूमिनाई छात्र ने बताया कि मेड ईजी में नौकरी के दौरान वर्ष 2017 में यूपीएससी ने आईईएस के आवेदन मांगे। दो चरणों में आयोजित हुई लिखित परीक्षा में सफलता हासिल की। इसके बाद मौखिक परीक्षा में सफलता पाकर 122 वीं रैंक हासिल की। गत दिनों यूपीएससी द्वारा जारी की गई आईईएस की दूसरी कट आॅफ लिस्ट में छात्र चन्द्र प्रकाश को इंजीनियरिंग सर्विसेस में चयन मिला है। छात्र के पिता श्रीकृष्ण शिक्षक हंै। छात्र ने बताया कि मेरी सफलता का श्रेय मेरे माता-पिता और जीएलए के गुरूजनों को जाता है। जीएलए से अच्छी शिक्षा मिली। कई तरह से छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कराये गये। छात्र की सफलता पर सेके्रटरी सोसायटी एवं कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल ने छात्र की पीठ थपथपाई। जीएलए को आप पर गर्व है।

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