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कान्हा के ब्रज में दो दिन मनाया जाएगा जन्म उत्सव, जानिए आखिर ऐसा क्यों हो रहा है

Update: 2020-08-07 06:42 GMT


मथुरा; कंहैया के ब्रज में उनके जन्मोत्सव (श्रीकृष्ण जन्माष्टमी) का त्योहार दो दिन मनाया जाएगा। ऐसा तिथि और नक्षत्र में अंतर के कारण हो रहा है। इस बार नंदगांव में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त और श्री कृष्ण जन्मभूमि, ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर में 12 अगस्त को कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

विश्व प्रसिद्ध नंदबाबा मंदिर में 11 अगस्त को परंपरा अनुरूप श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा। मंदिर के सेवायत मुकेश गोस्वामी ने बताया कि पूर्णिमा से बधाइयों को दौर शुरू हो गया है। इसी दिन से ही रात्रि से नंदभवन में बधाई गायन कर उत्सव मनाया जाना शुरू हो जाता है। श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा के अनुसार श्री कृष्ण जन्मभूमि में श्री कृष्ण जन्माष्टमी 12 अगस्त को मनाई जाएगी। इधर, द्वारिकाधीश मंदिर के विधि और मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि मंदिर में 12 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। वहीं ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भी 12 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

पंचांग के अनुसार, प्रतिवर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाता है। कई बार ज्योतिष गणना में तिथि और नक्षत्र में समय का अंतर रहता है। इस कारण तारीखों में मतभेद होता है। आचार्य श्यामदत्त चतुर्वेदी ने बताया कि भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि का प्रारंभ 11 अगस्त सुबह 9 बजकर 6 मिनट से हो रहा है, जो 12 अगस्त को दिन में 11 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। वहीं रोहिणी नक्षत्र का प्रारंभ 13 अगस्त को तड़के 3 बजकर 27 मिनट से हो रहा है और समापन सुबह 5 बजकर 22 मिनट पर होगा। ऐसे में 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना उचित रहेगा। जन्माष्टमी की पूजा के लिए इस बार 43 मिनट का समय मिलेगा। 12 अगस्त की रात 12 बजकर 5 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक श्रीकृष्ण जन्म की पूजा करना शुभ है। 

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