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कोरोना वैक्सीन के 14 करोड़ से अधिक डोज लगे, मुख्यमंत्री ने तेज टीकाकरण के दिए निर्देश

Update: 2021-11-16 12:56 GMT

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना टीकाकरण में और भी तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि कोरोना टीके की दोनों खुराक पाने वालों की संख्या सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में है। यहां तीन करोड़ 90 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर दिया गया है। प्रदेश में अब तक 14 करोड़ 14 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन डोज लगाए गए हैं। 10 करोड़ 24 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की लगभग 70 फीसदी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम-9 की बैठक में कहा कि वैक्सीनेशन को और तेज करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने हर जिले में निरीक्षण टीमें गठित करने के निर्देश दिए हैं। यह टीम एक दिन में कम से कम दो टीकाकरण सेंटर का दौरा करेगी। व्यवस्थाओं को देखना होगा। इसी प्रकार निगरानी समितियों को घर-घर स्क्रीनिंग कर अब तक वैक्सीन न ले चुके लोगों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांग, अक्षम, निराश्रित, वृद्ध जनों से संपर्क कर उनका टीकाकरण कराएं। 

उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव के लिए ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण की नीति के सही क्रियान्वयन से प्रदेश में महामारी पूरी तरह नियंत्रित है। प्रदेश के 45 ज़िलों में आज एक भी संक्रमित नहीं हैं। 19 जिलों में एक-एक मरीज ही हैं। बीते 24 घंटों में एक लाख 22 हजार 74 सैम्पल की जांच में 70 जिलों में एक भी नया मरीज नहीं पाया गया। केवल पांच जिलों में कुल नौ संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में आठ संक्रमित कोरोना मुक्त हुए हैं। आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 99 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 280 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। कोविड पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए सावधानी और सतर्कता जरूरी है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जीका वायरस की टेस्ट पॉजिटिविटी दर में लगातार गिरावट है। विगत 24 घंटे में कोई नया केस नहीं आया। कन्नौज और कानपुर में स्थिति हर दिन के साथ बेहतर हो रही है। लोगों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। इस समय विशेष सतर्कता की जरूरत है। ट्रेसिंग-टेस्टिंग और तेज की जाए। अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में प्रबंध किए गए हैं। हर एक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए। बचाव के लिए व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइज़ेशन और फॉगिंग का कार्य सतत जारी रखें। आशा बहनों सहित निगरानी समितियों का पूरा सहयोग लिया जाए।

उन्होंने कहा कि कतिपय जिलों में डेंगू आदि की जांच के लिए पैथोलॉजी केंद्रों द्वारा मनमाने ढंग से वसूली की सूचना मिली है। यह कतई स्वीकार्य नहीं है। तत्काल जांच दरों की समीक्षा कर स्पष्ट आदेश जारी किए जाएं। पैथोलॉजी केंद्रों पर औचक निरीक्षण भी किया जाए। मनमाने ढंग से वसूली, मरीजों के उत्पीड़न की हर एक शिकायत को तत्परता से संज्ञान लिया जाए।

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