तीन तलाक की शिकायत पर पति ने 5 वर्षीय बेटी के सामने पत्नी को जिंदा जलाया
लखनऊ/श्रावस्ती। उत्तरप्रदेश के श्रावस्ती जिले में गादरा गाँव में तीन तलाक देने पर जिन्दा जलाने का एक संगीन मामला सामने आया है । दरअसल मुम्बई में काम करने वाले 26 वर्षीय नफीस नाम के एक व्यक्ति ने 6 जुलाई को अपनी पत्नी को फोन पर ही तलाक दे दिया था । पत्नी सईदा ने अपने मायके वालों के साथ पति की भिनगापुर थाना में शिकायत दर्ज कराने पहुंची. इससे खफा पति और ससुराल वालों ने सईदा की बेरहमी से पिटाई की फिर उसके बाद बताया जाता है कि पांच साल की बेटी के सामने ही केरोसीन छिड़क के आग लगा कर जिन्दा जला दिया ।
पीड़िता के पिता रमजान खान ने आरोप लगाया कि उनके दामाद नफीस जो मुंबई में काम करते हैं, ने मेरी बेटी सईदा को 6 अगस्त को फोन पर ट्रिपल तालक दिया। दोनों की 2013 में शादी हुई थी। पुलिस थाने शिकायत करने भी गये लेकिन उन्होंने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया और कहा की पहले पति को मुंबई से आ जाने दो । जब 15 अगस्त को नफीस गाँव पहुंचा तो पुलिस ने दंपति को बुलाया। उन्होंने कहा की उनसे बात करें और सईदा को नफीस के साथ रहने के लिए कहें ।
बिटिया फातिमा के अनुसार - शुक्रवार दोपहर को, मेरे पिता नमाज अदा करने के बाद वापस लौटे और मां से कहा कि वह उन्हें अपना तालाक दे दें।"
मेरे दादा अजीज़ुल्लाह, दादी हसीना, चाची गुड़िया, नादिरा और पिता ने मेरी मां को बालों से पकड़कर पटक दिया, मेरी चाची नादिरा और गुड़िया ने केरोसिन डाला और दादा अजीजुल्ला और दादी हसीना ने एक माचिस जलाई।" सईदा का भाई रफीक फातिमा को पुलिस के पास ले गए जहां उसने यह पूरी घटना सुनाई।
घटना से हडकंप मचने पर एक पुलिस दल भेजा गया और सईदा के शव को परीक्षण के लिए अपनी कस्टडी में लिया। उपरान्त पुलिस ने शनिवार को एफआईआर दर्ज की। पिता रफीक ने कहा "आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। मैं उच्चतम न्यायालय के दरवाजे पर भी दस्तक दूंगा।"
श्रावस्ती के एसपी, आशीष श्रीवास्तव ने कहा की - "दहेज उत्पीड़न, हत्या और दहेज निषेध अधिनियम के आरोप में नफ़ीस और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।" पीड़ित के पिता के आरोपों पर देखा जाएगा कि अगर पीड़ित ने 6 अगस्त को पुलिस से तीन तालक मामले में संपर्क किया था तो मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया था ? "