यादों में अटलजी : ठहाकों से गूंजा मैदान, जब बोले- 'मैं अटल के साथ-साथ बिहारी भी हूं'
लखनऊ। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव से पूर्व फैजाबाद में आयोजित सभा में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर अटल बिहारी वाजपेयी जी ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि सोनिया जी कहती हैं अटल अपनी बात पर अटल नहीं रहते। अटल जी बोले कि 'मैडम सोनिया जी मैं अटल के साथ-साथ बिहारी भी हूं।' उस समय मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उनको भी रैली में बुलाया गया था। मौका था अयोध्या में सरयू पर रेल पुल के उद्घाटन का। कार्यक्रम में तत्कालीन राज्यपाल विष्णुकान्त शास्त्री भी पहुंचे थे। उस समय मीडिया ने करीब एक लाख संख्या आंकी थी।
अटल जी ने मुलायम पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि मुलायम सिंह को भी बुलाया गया था लेकिन उनकी साइकिल पंचर हो गई, इसलिए वह नहीं आ पाये। लखनऊ के अमीनाबाद पार्क में अटल जी की सभा थी। पार्क खचाखच भरा था। चारों तरफ छतों पर बच्चे और महिलाएं थीं। अटल जी कुछ देर से पहुंचे। तुरन्त माइक पकड़ा और चालू हो गए। बोलना शुरू किया, कहा- जिस प्रदेश में चन्द्र और भानु दोनों गुप्त हों वहां भला... इतना कहते ही ठहाके छूट पड़े। उस समय चन्द्रभानु गुप्त मुख्यमंत्री थे।
शंखध्वनि हो रही है जीत हमारी ही होगी
लखनऊ में बेगम हजरत महल पार्क में आयोजित सभा में बोलने खड़े हुए उसी समय एक गधे की जोर-जोर से रेकने की आवाज सुनाई दी। अटल जी ने कहा कि शंखध्वनि हो गई है। जीत हमारी ही होगी।
हारा हुआ अटल कैसा दिखता!
1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के उपरांत लोकसभा चुनाव में भाजपा के केवल दो सांसद जीतकर आये। इसी के बाद मुंबई के शिवाजी पार्क में एक बड़ी सभा का आयोजन था। मुख्य वक्ता थे अटल जी। खचाखच भरे पार्क में जब बोलने के लिए अटल खड़े हुए तो तालियों की गड़गड़ाहट से सारा मैदान गूंज उठा। कुछ मिनटों तक लगातार बज रही तालियों की गड़गड़ाहट कम होते ही अटल जी बोले 'हारा हुआ अटल कैसा दिखता है, यह देखने के लिए भीड़ उमड़ी है। सारी सभा में सन्नाटा पसर गया।
मैडम दुनिया में ऐसा नेता देखा है जो टांग उठाकर भाषण देता हो
एक बार लोकसभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने आवेश में आकर बोली कि एक पार्टी के एक ऐसे नेता हैं जो बांह उठाकर भाषण देते हैं। वे आगे कुछ बोल पातीं कि अटल जी ने कहा कि मैडम दुनिया में ऐसा नेता भी आपने देखा है जो टांग उठाकर भाषण देता हो। बस सदन ठहाकों से गूंज उठा। इंदिरा जी झेंप गई।
पांच मिनट में जनसंघ क्या, आप अपना बाल दुरुस्त नहीं कर पाएंगी
ऐसे ही एक बार तैश में आकर इन्दिरा गांधी ने कहा कि जनसंघ को मैं पांच मिनट में दुरुस्त कर दूंगी। सुनते ही अटल जी खड़े हो गये और बोले कि मैडम जी पांच मिनट में तो आप अपने बाल भी दुरुस्त नहीं कर पाएंगी।
फिर गुरु बनाया क्यों?
एक बार लोकसभा में जब चन्द्रशेखर कुछ देर लगातार अटल जी की आलोचना करते रहे तो अटल जी जोर से बोले तो फिर गुरु बनाया ही क्यों? चन्द्रशेखर सदन में गूंजते ठहाकों के बीच झेंपकर बैठ गये। एक बार वह संसद में बोलने खड़े हुए। पीठासीन अध्यक्ष ने कहा कि महोदय अभी बिहार पर चर्चा चल रही है। इस पर बिहार के सदस्य ही बोलेंगे। अटल जी ने कहा कि होगा कोई बिहारी मैं तो अटल बिहारी हूं।
जब जगजीवन राम मुस्कुराए!
बाबू जगजीवन राम जब रेलमंत्री थी उस समय एक रेल दुर्घटना हो गई थी। सदन में चुटकी लेते हुए अटल जी ने कहा कि 'लोग अब न जग न जीवन' बस राम के सहारे रेल यात्रा करते हैं। इस चुटकी पर जगजीवन राम भी मुस्कुराए।