ईरान-इजरायल जंग: खामेनेई का ऐलान ‘सरेंडर नहीं करेंगे, अमेरिकी हस्तक्षेप को मिलेगा करारा जवाब’...
एक हफ्ते से भी अधिक समय से जारी ईरान और इजरायल के बीच का संघर्ष अब पूरे मध्य-पूर्व में भयावह तस्वीर पेश कर रहा है। इस भीषण टकराव में ईरान की ओर लगभग 600 जानें गई हैं और करीब 1,300 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजरायल में भी कम से कम 24 नागरिकों की मौत और 600 के करीब लोगों के जख्मी होने की खबर है।
खामेनेई का ऐलान ‘सरेंडर नहीं करेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के "Unconditional Surrender” के जबाव में ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कड़ा रुख अपनाया।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि ईरान कभी सरेंडर नहीं करेगा और “अगर अमेरिका इजरायल के पक्ष में ज़बरदस्त दखल देता है, तो उसे ज़ोरदार जवाब मिलेगा।”
इससे पहले खामेनेई ने ट्विटर (अब X) पर मंगलवार देर रात पहले ही लिख दिया था, “जंग शुरू होती है - आतंकवादी इजरायल को कोई दया नहीं मिलेगी।” इसके कुछ ही समय बाद ईरान ने इजरायली ठिकानों पर 25 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं।
इजरायल ने भी किया जबावी हमला
इजराइल ने भी पीछे नहीं हटते हुए अपने ऑपरेशन ‘राइजिंग लायन’ के तहत 400 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च की हैं और 100 से ज्यादा ड्रोन नष्ट करने का दावा किया है।
इजराइली वायुसेना ने तेहरान समेत कई शहरों पर एयरस्ट्राइक की, जबकि ईरान ने तेल अवीव और हाइफा पर बमबारी कर जवाबी कार्रवाई की।
तेहरान में दहशत का माहौल, ईरानी सरकार ने दिए व्हाट्सएप डिलीट करने के आदेश
इस बीच तेहरान की सड़कों पर नागरिकों की दहशत बढ़ गई है। पूरे शहर को खाली करने की चेतावनी के बीच इरानी सरकार ने एक चौकाने वाला कदम उठाया, अपने लोगों से व्हाट्सएप ऐप डिलीट करने का आदेश जारी किया। सरकार का आरोप है कि मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए इज़राइल को खुफिया सूचना मिल रही है, जिसे व्हाट्सएप ने खारिज कर दिया है।
संघर्ष पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भी निगाह टिकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तेहरान के निवासियों को शहर छोड़ने की सलाह दी और जी7 सम्मेलन से लौट कर कूटनीतिक पहल की संभावना जताई। लेकिन खामेनेई की कड़क चेतावनी के बाद लगता है कि फिलहाल इस लड़ाई का कोई आसान अंत नज़र नहीं आता।