डिजिटल हनुमान जी: भोपाल में स्थित हैं अनोखा हनुमान मंदिर, जहां WhatsApp से अर्जी लगाते हैं लोग
राजधानी भोपाल में एक ऐसा हनुमान मंदिर है जहां इस डिजिटल दौर में अर्जियां डिजिटल लगती हैं। भक्त व्हाट्सएप से अपनी अर्जियां लगाते हैं।
भारत में अनेक मंदिर हैं जो अपनी अलग - अलग विशेषताओं के लिए जाने जाते हैं। सनातन धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है, आज मंगलवार का ही दिन तो ऐसे में हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि डिजिटल के दौर में डिजिटल के साथ कदम से कदम मिलाकर के चल रहा है। जी हां राजधानी भोपाल में एक ऐसा हनुमान मंदिर है जहां पर अर्जियां तो सालों से लगती हुई आई है पर अब इस डिजिटल दौर में अर्जियां डिजिटल लगती हैं। भक्त व्हाट्सएप से अपनी अर्जियां लगाते हैं।
कहां स्थित है ये मंदिर?
अर्जी वाले हनुमान मंदिर या फिर डिजिटल हनुमान मंदिर भोपाल के नेहरू नगर में स्थित है। जहां देश-विदेश से लोग अपनी मनोकामना के लिए अर्जी लगाते हैं। माना जा रहा है कि पिछले 20 सालों से इस मंदिर में हर रोज अर्जियां लगाई जाती हैं। अर्जी स्वीकार होने के बाद भक्त बड़ी संख्या में बजरंगबली के दर्शन करने आते हैं।
कैसे शुरू हुआ था अर्जी लगाने का सिलसिला?
मंदिर के संस्थापक एवं पुजारी नरेंद्र दीक्षित जी बताते हैं कि पहले बच्चे इस मंदिर में पर्ची लिखकर छोड़ जाते थे और उनकी मनोकामना पूर्ण होती थी। धीरे - धीरे बच्चों की संख्या बढ़ती गई। फिर बड़ों ने भी पर्ची लिखना शुरू की। अब तो यहां विद्यार्थी, शिक्षक, डॉक्टर, राजनेता सब आते हैं और अर्जी लगाते हैं।
व्हाट्सएप से लगती हैं अर्जियां
जो भक्त दूर हैं और मंदिर नहीं आ सकते वो व्हाट्सएप से भी अर्जी लगाते हैं। मंदिर प्रशासन ने 9827 33604 और 70033 5328 दो व्हाट्सएप नंबर जारी किेए हैं जिसमें भक्त अपनी अर्जी लगा सकते हैं। इसमें उन्हें अपना नाम और गोत्र बताना होता है। इसमें किसी प्रकार का कोई पैसा नहीं लिया जाता।
बड़े - बड़े राजनेता लगा चुके हैं अर्जी
पंडित जी बताते हैं कि मंदिर में कई बड़े राजनेता भी अर्जी लगा चुके हैं। उनका कहना है कि 2003 में हजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने अर्जी लगाई थी। दक्षिण पश्चिम से पूर्व विधायक पीसी शर्मा ने भी यहां अर्जी लगाई थी। इसके अलावा ऐसे कई राजनेता हैं जिन्होंने अर्जी लगाई और उन्हें उसका फल मिला।
भक्तों की पूरी होती है मुराद
यहां आने वाले या फिर डिजिटल अर्जी लगाने वाले सारे भक्तों की मुराद पूरी होती हैं। कोई अपनी पार्लर खुलवाने का सपना लेकर आती हैं तो कई राजनेता चुनाव जीतने के लिए आते हैं। खास बात ये है कि मंदिर से कोई निराश नही जाता।