‘एक्टर-मॉडल को नहीं बनाउंगी जीवन साथी’, हर्षा रिछारिया ने बताया कैसा होगा होने वाला दूल्हा

कौशांबी पहुंचीं हर्षा रिछारिया ने कहा कि उनका जीवनसाथी सनातन धर्म को मानने वाला होगा। ‘शक्ति सृजन यात्रा’ से धर्म जागरण का संदेश दिया।

Update: 2025-12-28 18:38 GMT

कौशांबीः उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में रविवार के दिन सनातन धर्म की प्रचारक हर्षा रिछारिया पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने अपने निजी जीवन और धार्मिक अभियानों को लेकर खुलकर बात की। हर्षा ने स्पष्ट कहा कि उनका जीवनसाथी किसी फिल्म या मॉडलिंग इंडस्ट्री से नहीं होगा, बल्कि वह सनातन धर्म को मानने वाला व्यक्ति ही होगा।

शादी को लेकर परिवार का कोई दबाव नहीं

हर्षा रिछारिया ने कहा कि शादी को लेकर परिवार की ओर से उन पर किसी प्रकार का दबाव नहीं है। परिवार से उन्हें हमेशा सहयोग और प्रेम मिला है, जिसकी वजह से वह अपने फैसले स्वतंत्र रूप से ले पा रही हैं।

सनातन धर्म के प्रचार को बताया जीवन का उद्देश्य

सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार पर बोलते हुए हर्षा ने कहा कि महाकुंभ के माध्यम से योगी सरकार ने सनातन को वैश्विक पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि अब वह जो भी कार्य कर रही हैं, उसका उद्देश्य सनातन धर्म की सेवा और प्रचार ही है। यही कारण है कि वर्तमान जीवन उन्हें मानसिक शांति और संतोष प्रदान कर रहा है।

प्रयागराज से शुरू हुई ‘शक्ति सृजन यात्रा’

दरअसल, हर्षा रिछारिया ने शनिवार को प्रयागराज से ‘शक्ति सृजन यात्रा’ की शुरुआत की थी। इस यात्रा का उद्देश्य युवाओं को जागरूक करना है। उन्होंने लव जिहाद से बचने और दूसरे धर्म में विवाह से सतर्क रहने को लेकर युवाओं को मार्गदर्शन दिया। यह यात्रा रविवार को कौशांबी पहुंची।

देशभर में अभियान चलाने की तैयारी

हर्षा ने बताया कि “शक्ति सृजन” अभियान के तहत वह देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर सनातन संस्कृति को मजबूत करने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि वह खुद को इस बड़े अभियान का एक छोटा-सा हिस्सा मानती हैं।

पहले और अब की जिंदगी में फर्क

अपने जीवन में आए बदलावों को लेकर हर्षा ने कहा कि उनका जन्म सनातन धर्म में हुआ है और उनकी पहले की जिंदगी भी सफल रही है। उन्होंने नाम और पहचान कमाई, लेकिन अब जो जीवन है, वह उन्हें अधिक सुकून और आत्मिक शांति देता है क्योंकि अब उनका हर कार्य धर्म के लिए समर्पित है।

कौन हैं हर्षा रिछारिया

बता दें कि हर्षा रिछारिया मध्य प्रदेश के भोपाल जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने पढ़ाई में एमबीए किया है। वह एंकरिंग और मॉडलिंग करती हैं। इसके साथ ही वह इस्टाग्राम पर धार्मिक और आध्यात्मिक विषयों से जुड़े कंटेंट शेयर करती हैं। वह प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दौरान सोशल मीडिया में सबसे चर्चित चेहरे में से एक रही है। प्रयागराज महाकुंभ की शुरूआत में हर्षा रिछारिया रथ पर सवार होकर पहुंचीं थी। इसी दौरान माथे पर तिलक और फूलों की माला पहनकर महाकुंभ की सबसे सुंदर साध्वी के रूप में पहचान बनाई थी। उन्होंने दो साल पहले निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनंद गिरी महाराज से दीक्षा ग्रहण की थी। अब उत्तराखंड में रहती हैं।

Tags:    

Similar News