लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन: PM मोदी ने कहीं ये बड़ी बातें
पीएम नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया।
खबर लखनऊ से जहां पीएम नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया। उन्होंने जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्तियों का अनावरण करके पुष्पांजलि अर्पित भी की।
पीएम मोदी ने कहा
पहले एक परिवार की मूर्तियां लगती थीं, आज हर विभूति को सम्मान मिल रहा है। पहले एक ही परिवार का गौरव-गान होता था। भाजपा ने हर किसी के योगदान को सम्मान दिया। और कहा आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा दिल्ली के कर्तव्य पथ है। अंडमान में नेताजी ने जहां पर तिरंगा फहराया, वहां उनकी प्रतिमा है। कोई नहीं भूल सकता है कि अंबेडकर की विरासत को मिटाने का प्रयास किया गया। दिल्ली के शाही परिवार ने इसे मिटाने का प्रयास किया। यहां सपा ने भी ऐसा किया, लेकिन भाजपा ने इसे मिटने नहीं दिया। प्रेरणा स्थल पर 65-65 फीट ऊंची दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्तियां लगाई गई हैं। हर एक प्रतिमा 42 टन वजनी है। प्रेरणा स्थल 65 एकड़ क्षेत्र में 230 करोड़ रुपए की लागत से बना है। साल 2022 में इसका निर्माण शुरू हुआ था।
पीएम ने जमकर सपा पर साधा निशाना
दिल्ली के एक शाही परिवार ने बाबा साहब आंबेडकर का जिक्र इसलिए नहीं किया कि कहीं उनके महत्व में कमी न आ जाए। प्रदेश में यही काम सपा ने किया।कांग्रेस ने बीजेपी को अछूत बनाए रखा, लेकिन बीजेपी के संस्कार सभी का सम्मान करना सिखाते हैं। हमारी सरकार ने प्रणव मुखर्जी को भारत रत्न दिया, मुलायम सिंह को भी सम्मानित किया। लखनऊ की धमक पूरे विश्व में है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता में ब्रह्मोस मिसाइल का बहुत बड़ा योगदान है। इस मिसाइल का निर्माण लखनऊ में हो रहा है।
सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता बना भारत: मोदी
पीएम ने भारत में टेलीकाम को गति देने का काम अटलजी ने ही किया। आज भारत दुनिया में सबसे अधिक इंटरनेट और मोबाइल यूजर वाले देशों में से है। अटलजी जहां होंगे, वो इस बात से खुश होंगे। 11 साल0में भारत दुनिया के सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता देश बन गया है। कनेक्टिविटी को लेकर उनके विजन 21वीं सदी के भारत की मजबूती है। उनके समय में ही गांव -गावं तक सड़कें पहुंचाने का अभियान शुरू हुआ। स्वर्णिम चतुर्भूज अभियान भी शुरू हुआ। आज 8 लाख किमी सड़कें गांवों में बनकर तैयार है।