अहमदाबाद में इंदिरा आवास की दो बिल्डिंग धराशाई, मलबे में 10 के दबने की आशंका

Update: 2018-08-27 05:31 GMT

अहमदाबाद। अहमदाबाद के ओधव इलाके में गुरुद्वारा के पास रविवार देर शाम 20 साल पुराना इंदिरा आवास की दो बिल्डिंग धराशाई हो गई। बिल्डिंग के धराशायी होने की वजह से 10 से 12 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। छह घंटे की मशक्कत के बाद पांच लोगों को रेस्क्यू किया गया। सभी लोगों को बचाने के लिए दमकल विभाग के करीब 80 जवान और एनडीआरएफ की पांच टीमें काम पर लगी हुई हैं। खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। इस बिल्डिंग की छत एक दिन पहले ही टूट गई थी, तब महानगर पालिका ने बिल्डिंग को नोटिस दिया था। नोटिस मिलते ही वहां निवास कर रहे सभी परिवारों ने पास के रेन बसेरा में आश्रय ले लिया। रविवार को रक्षाबंधन के त्योहार होने की वजह से दस परिवार वापस बिल्डिंग में रहने चले गए। तभी रात को यह दुर्घटना घटी।

वर्ष 1998 में वर्ल्ड बैंक की सहायता से महानगर पालिका ने इस कालोनी का निर्माण किया था और वर्ष 1999 को सभी रिहायशी को पजेशन दिया गया था। 32 फ्लैट में से 4 मंजिला 2 बिल्डिंग जर्जर हालत में आ गए थे। शनिवार को कई फ्लैट में दरारें देखी गई थीं। तब महानगर पालिका ने उन दोनों फ्लैटों को खाली करवा लिया। रविवार शाम को आठ बजे के करीब दोनों ब्लॉक छत के स्लेब से धराशाई हो गए। दस से बारह लोगों के दबे होने की आशंका है। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिया। मलबे मे से लगभग पांच लोगों को जिंदा निकालकर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है। घटना के चलते आसपास की सभी बिल्डिंग खाली करवाई गई हैं| शुरुआत के दो घंटों में बचाए गए लोगों को शारदाबेन सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है।

घटना के बाद गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा, म्युनिसिपल कमिश्नर विजय नेहरा सहित महापौर बिजल पटेल घटनास्थल पर पहुंचे। 

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