नए साल में ओंकारेश्वर में नहीं होगा नाव संचालन, 3 दिन तक बंद रहेगी सुविधा
नए साल के जश्न में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस थाना के अनुरोध पर जिला प्रशासन ने नाव नहीं चलाने का आदेश जारी किया है।
खंडवाः मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में नए साल के मौके पर आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। विंटर वेकेशन के चलते हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुलिस थानों के अनुरोध पर एक कड़ा निर्णय लिया है।
दरअसल, साल के आखिरी दिनों और नए साल का जश्न मनाने के लिए खंडवा के ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं की संख्या अचानक बढ़ जाती है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त और पर्यटक यहां दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। नए साल के समय संभावित भारी भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने नाव नहीं चलाने का यह एहतियाती फैसला लिया है।
थाना प्रशान ने किया था अनुरोध
थाना मांधाता द्वारा भेजे गए पत्र के अनुरोध पर ओंकारेश्वर नगर परिषद ने यह आदेश जारी किया है। इसमें नर्मदा नदी में नाव चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस आदेश के तहत 30 दिसंबर से लेकर 01 जनवरी तक प्रतिबंध रहेगा। इसमें किसी भी घाट से नाव का संचालन नहीं किया जाएगा।
भारी भीड़ को देखकर लिया फैसला
प्रतिबंध को लेकर नगर प्रशासन का कहना है कि नए साल के जश्न पर हजारों टूरिस्ट ओंकारेश्वर पहुंचते हैं। घाटों पर अत्यधिक भीड़ जमा हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। बीते वर्षों में नाव पलटने और डूबने जैसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें जनहानि का खतरा रहा है। इन्हीं अनुभवों को ध्यान में रखते हुए नाव बैन करने का यह सख्त कदम उठाया गया है।
आदेश का उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई
नगर परिषद ने नाविकों से अपील की है कि वे आदेश का पूरी तरह पालन करें। प्रतिबंध अवधि में किसी भी प्रकार का अवैध नाव संचालन न करें। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि इससे पहले 26 दिसंबर से ही कोटी चक्र तीर्थ घाट और चक्रतीर्थ घाट पर नाव संचालन पर रोक लगाई जा चुकी थी। अब यह प्रतिबंध पूरे तीन दिनों के लिए ओंकारेश्वर की सम्पूर्ण तीर्थ नगरी में लागू कर दिया गया है।