Commonwealth Championship: मीराबाई चानू ने 48 किलो वर्ग में गोल्ड जीता, पेरिस ओलिंपिक के बाद शानदार वापसी

Update: 2025-08-25 13:31 GMT

Commonwealth Championship

Weightlifter Mirabai Chanu Won Gold : भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने शानदार अंदाज में वापसी करते हुए कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अहमदाबाद में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में उन्होंने 48 किलो वर्ग में कुल 193 किलो वजन उठाकर सबको प्रभावित किया। यह पेरिस ओलिंपिक के बाद उनका पहला बड़ा टूर्नामेंट था।

रिकॉर्ड तोड़ते हुए गोल्ड अपने नाम

टोक्यो ओलिंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू ने अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन करते हुए स्नैच में 84 किलो और क्लीन एंड जर्क में 109 किलो वजन उठाया। इस दौरान उन्होंने दोनों कैटेगरी में कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड तोड़ दिए और 48 किलो वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर अपने नाम एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की।

चोट के बावजूद दिखाया जज्बा

31 वर्षीय मीराबाई चानू चोट से उबरकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर लौटीं, लेकिन प्रतियोगिता के दौरान वह थकी हुई नजर आईं। छह प्रयासों में से केवल तीन ही सफल रहे। स्नैच के पहले प्रयास (84 किलो) में असफल होने के बाद उन्होंने दाहिने घुटने को पकड़ा, जिससे उनकी परेशानी साफ झलक रही थी। हालांकि, दूसरे प्रयास में उन्होंने यही वजन आसानी से उठाया, लेकिन तीसरे प्रयास में 89 किलो का भार उठाने में नाकाम रहीं।

बिना दबाव के जीता गोल्ड

कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में मीराबाई चानू का दबदबा साफ नजर आया क्योंकि उनके सामने कोई गंभीर चुनौती नहीं थी। क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 105 किलो से शुरुआत की और आसानी से वजन उठाया। इसके बाद 109 किलो का प्रयास भी सफलतापूर्वक पूरा किया। हालांकि 113 किलो का अंतिम लिफ्ट वह नहीं कर सकीं।

बावजूद इसके, उनका गोल्ड मेडल पक्का था। वहीं, मलेशिया की आइरीन हेनरी ने 161 किलो के साथ सिल्वर और वेल्स की निकोल रॉबर्ट्स ने 150 किलो के साथ ब्रॉन्ज जीता। जूनियर कैटेगरी में भारत की सौम्या दालवी ने भी स्वर्ण पदक हासिल किया।

48 किलो वर्ग में नई चुनौती

31 वर्षीय मीराबाई चानू पहले 49 किलो वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती थीं, लेकिन पेरिस ओलिंपिक के बाद इस भार वर्ग को हटाए जाने पर उन्होंने 48 किलो वर्ग में शिफ्ट होने का फैसला लिया। पेरिस में वह चौथे स्थान पर रही थीं। महज एक किलोग्राम के अंतर से पदक से चूक गई थीं। चोटों से जूझने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अब पूरी तरह 48 किलो वर्ग में अपनी पकड़ मजबूत करने पर ध्यान दे रही हैं।

वर्ल्ड चैंपियनशिप पर नजर

मुख्य कोच विजय शर्मा के मार्गदर्शन में चानू अपनी तकनीक और फिटनेस पर लगातार काम कर रही हैं। उनका लक्ष्य स्नैच में 90 किलो का वजन उठाना है। अहमदाबाद की इस प्रतियोगिता में उन्होंने पूरी ताकत झोंकने के बजाय अक्टूबर में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप पर फोकस रखा है। चानू का कहना है कि उनका सबसे बड़ा मकसद एशियाई खेलों में विश्व रिकॉर्ड तोड़ना और मेडल जीतना है क्योंकि अभी तक वहां उनका नाम रिकॉर्ड बुक में नहीं जुड़ा है।

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