नई दिल्ली। सरकार ने ओलिंपिक-पैरा ओलिंपिक, एशियन-पैरा एशियन गेम्स में पदक जीत चुके सेवानिवृत्त खिलाडिय़ों को दी जाने वाली पेंशन दोगुनी कर दी है। खेल व युवा मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने शुक्रवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश के लिए पदक जीतने वाले ऐसे खिलाडय़िों, जो अब सक्रिय खेल से रिटायरमेंट ले चुके हैं, को सरकार 'पेंशन टू मेरिटोरियस स्पोर्ट्सपर्सन्सÓ योजना के तहत जीवनपर्यंत पेंशन देती है। मौजूदा समय में 588 खिलाड़ी पेंशन का लाभ ले रहे हैं। खिलाडिय़ों को पहले जो पेंशन दी जा रही थी, एक अप्रैल, 2018 से वह दोगुनी कर दी गई है।
विश्वकप में स्वर्ण जीतने वाले खिलाडिय़ों को 16 हजार रुपए हर महीने
राठौड़ ने बताया, अब ओलिंपिक या पैरा ओलिंपिक गेम्स में पदक जीत चुके खिलाडय़िों को अब 20,000 रुपए प्रतिमाह की पेंशन मिलेगी। ओलिंपिक और एशियन गेम्स व्यवस्था के तहत विश्व कप या विश्व चैम्पियनशिप (चार साल में एक बार होने वाली प्रतियोगिता के नतीजे पर ही विचार किया जाएगा) में गोल्ड मेडल जीत चुके खिलाडय़िों को 16,000 रुपए प्रतिमाह की पेंशन मिलेगी, जबकि कांस्य और रजत पदक जीत चुके खिलाड़ी हर महीने 14,000 रुपए पेंशन पाने के हकदार होंगे। एशियन/कॉमनवेल्थ गेम्स/पैरा एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को 14,000 रुपए हर महीने की पेंशन मिलेगी।