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उन्मुक्त चंद बोले - मेरा सफर अलग होगा

Update: 2019-09-04 07:59 GMT

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेटर उन्मुक्त चंद लंबे समय से घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन फिर भी वह अपने मंजिल से दूर हैं। 2012 में अंडर-19 का वर्ल्ड कप जीतने के बाद अधिकांश लोगों का यह मानना था कि उन्मुक्त चंद अब विराट कोहली और मोहम्मद कैफ की तरह क्रिकेट में बहुत दूर तक जाएंगे। घरेलू क्रिकेट में उनकी अच्छी शुरुआत हुई, लेकिन उन्हें अब भी भारत के लिए डेब्यू का इंतजार है। सात साल बीत गए हैं और उन्मुक्त के लिए अभी तक टीम इंडिया के दरवाजे नहीं खुले हैं।

हनुमा विहारी और संदीप शर्मा अंतरराष्ट्रीय डेब्यू कर चुके हैं, लेकिन उन्मुक्त अब भी इंतजार में ही हैं। अब उन्मुक्त चंद ने खुद को दिल्ली से उत्तराखंड शिफ्ट कर लिया है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट करके दी। उन्होंने अपने अबतक के सफर के लिए डीडीसीए और दिल्ली की टीम का शुक्रिया भी अदा किया।

हालांकि, लगातार परफॉर्म करने के बाद भी अंडर-19 के वर्ल्ड कप के बाद से वह हाशिये पर ही दिखाई देते हैं। डेशिंग बल्लेबाज उन्मुक्त चंद का अब भी मानना है कि उनकी यात्रा विराट या पृथ्वी शॉ से अलग होगी। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ''जब हमने अंडर-19 विश्व कप जीता था, इस बात को सात साल बीत गए हैं। बहुत कुछ बदल गया है। यह मेरे लिए यादगार पल थे। मैं भाग्यशाली हूं कि इतने बड़े टूर्नामेंट में मुझे टीम का नेतृत्व करने का अवसर मिला और हम खिताब जीत सके। वह पल मेरे लिए हमेशा ही टॉप पर रहेगा। वह अविश्वसनीय था।''

उन्होंने कहा, ''लेकिन यह समय आगे बढ़ने का है। मैं अपने देश के लिए खेलना और परफोर्म करना चाहता हूं। मेरी उम्र अभी सिर्फ 26 साल है। मुझे पूरा विश्वास है कि मैं इंडिया के लिए खेलूंगा। यह मेरा आखिरी सपना है। बाकी सब ईश्वर पर है। कई बार ऐसा होने में समय लगता है और कई बार यह बहुत जल्दी हो जाता है।''

वह आगे कहते हैं, ''मैं अपने इस सफर की किसी से तुलना नहीं करना चाहता। विराट कोहली और पृथ्वी शॉ जैसे लोगों को बहुत जल्दी मौका मिल गया, लेकिन मेरा सफर अलग है। मैं अपने रास्ते खुद बनाता हूं। देश के लिए खेलना मेरा सपना है और इसके लिए मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं। दिल्ली से अनापत्ति सर्टिफिकेट लेने के बाद उन्मुक्त अब उत्तरांचल के कप्तान हैं।''



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