कानपुर। टीम इंडिया के बल्लेबाज हनुमा विहारी मानते हैं कि वेस्टइंडीज दौरा काफी कठिन रहा। पर वहां मिली सीख से वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और बेहतर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 93 रन पर आउट होना निराशाजनक था। पर कप्तान कोहली के समझाने के बाद दूसरे टेस्ट में शतक लगाकर अच्छा लगा।
हनुमा शुक्रवार को यहां एक स्कूली कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। हनुमा ने बच्चों को क्रिकेट की बारीकियां बताई और उनके सवालों के जवाब भी दिए। हनुमा ने कहा कि अब सारा फोकस दक्षिण अफ्रीका के साथ घरेलू सीरीज पर है। हनुमा ने कहा कि वेस्टइंडीज सीरीज से काफी कुछ सीखने को मिला। अब सारा फोकस दक्षिण अफ्रीका के साथ घरेलू सीरीज पर है।
हनुमा बताते हैं कि अगर आपका भारतीय टीम में खेलने का सपना है तो आपको सब चीजों से गुजरना होगा। टेस्ट क्रिकेट खेलना मेरा सपना था। टेस्ट क्रिकेट भी आप तभी खेल सकते हैं जब आपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नियमित रूप से अच्छा प्रदर्शन किया हो।
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम में काफी मेहनत से आया हूं। अब लगातार अच्छा प्रदर्शन करना है। यहां तक आने के लिए घरेलू मैचों का बहुत बड़ा योगदान है। हनुमा ने 70 प्रथम श्रेणी मैचों में 5759 रन बनाए हैं और 25 विकेट भी चटकाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 67 लिस्ट-ए मैचों में 2703 रन बनाने के साथ 17 विकेट अपने नाम किए हैं। इसी भी खिलाड़ी के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट को सबसे महत्वपूर्ण मानते है।
हनुमा ने कहा, टीम में काफी मेहनत करके आया हूं। यहां तक आने के लिए घरेलू मैचों का बड़ा योगदान है।'' चौथे नंबर पर बल्लेबाजी पर उन्होंने कहा कि वैसे तो शीर्षक्रम मेरी प्राथमिकता होती है, लेकिन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर बेहतर लगा।
हनुमा ने बताया कि तकनीक के मामले में वह सचिन तेंदुलकर को आदर्श मानते हैं। कई बार उनके मैचों के वीडियो भी देखकर सीख मिलती है। महेंद्र सिंह धौनी का व्यक्तित्व उन्हें प्रभावित करता है।
हनुमा मैनावती मार्ग स्थित जीडी गोयनका स्कूल गए। यहां पर उन्होंने बच्चों के सवाला के जवाब देने के साथ फिटनेस और क्रिकेट में अच्छा करने के लिए टिप्स दिए। उन्होंने कानपुर को बेहतर शहर बताया के साथ यहां के खाने की काफी तारीफ की।