खजुराहो में मीडिया पर भड़कीं मंत्री प्रतिमा बागरी, भाई की गांजा तस्करी गिरफ्तारी पर सवाल पूछा तो खोया आपा
खजुराहो में कार्यक्रम से निकलते समय मंत्री प्रतिमा बागरी भाई की गांजा तस्करी गिरफ्तारी पर पूछे गए सवाल पर भड़क उठीं। कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्रियों के रिश्तेदार नशे के कारोबार में लिप्त हैं।
सतना: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार में सबसे युवा मंत्री प्रतिमा बागरी इन दिनों एक नए विवाद को लेकर सुर्खियों में हैं। खजुराहो में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जब मीडिया ने उनके भाई की गांजा तस्करी में गिरफ्तारी को लेकर सवाल पूछा, तो मंत्री बागरी visibly नाराज़ हो गईं और तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पत्रकारों पर भड़क उठीं।
सवाल पर भड़कीं मंत्री प्रतिमा बागरी
नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी खजुराहो स्थित महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं। जैसे ही वे बाहर निकलीं, पत्रकारों ने उनके भाई अनिल बागरी की गांजा तस्करी मामले में गिरफ्तारी से जुड़े सवाल पूछे। सवाल सुनते ही मंत्री का चेहरा तमतमा उठा और उन्होंने नाराज़ लहजे में कहा— “जबरदस्ती की बात क्यों करते हो तुम लोग?” यह कहते हुए वे बिना कोई अन्य प्रतिक्रिया दिए तेज़ी से आगे बढ़ गईं।
परिवार पर क्यों बढ़ रहा है विवाद?
हाल ही में सतना पुलिस ने मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई अनिल बागरी को 46 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया था। जांच में यह भी सामने आया कि वह अपने जीजा शैलेंद्र सिंह के साथ मिलकर नशे की तस्करी में सक्रिय था। दोनों आरोपी फिलहाल जेल में हैं। इसी मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार और मंत्री पर हमले तेज़ किए हुए है।
कौन हैं प्रतिमा बागरी?
प्रतिमा बागरी सतना जिले की रैगांव विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं। उन्होंने 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा को 36,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। इससे पहले वे भाजपा महिला मोर्चा की महामंत्री और जिला संगठन मंत्री रह चुकी हैं। जीत के बाद उन्हें मोहन यादव कैबिनेट में स्थान मिला, जहां वे सबसे कम उम्र की मंत्री हैं।
विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
मामले को लेकर कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर सरकार पर तीखा प्रहार किया है। पार्टी ने पोस्ट में आरोप लगाया कि मंत्री के रिश्तेदार नशे के कारोबार में पकड़े जा रहे हैं और यह राजनीतिक संरक्षण का नतीजा है। कांग्रेस ने मंत्री के मीडिया पर भड़कने वाले वीडियो को भी शेयर कर सवाल उठाए हैं कि सरकार अपने मंत्रियों के परिजनों पर कार्रवाई को लेकर गंभीर क्यों नहीं है।