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#MeToo : नेशनल हेराल्ड के संपादक जफर आगा ने किया उत्तम सेन गुप्ता पर लगे आरोपों का खंडन

Update: 2018-10-18 08:14 GMT

नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। कांग्रेस पार्टी का मुखपत्र नेशनल हेराल्ड के कार्यकारी संपादक उत्तम सेन गुप्त के खिलाफ उनकी ही महिला सहयोगी की ओर से लगाए गए आरोप का अखबार के मुख्य संपादक जफर आगा ने पूरी तरह खंडन किया है। आगा ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि शिकायतकर्ता ने अपने फेसबुक पोस्ट पर यौन प्रताड़ना की चर्चा ही नहीं की है। उन्होंने तो सिर्फ इतना कहा है कि उनके साथ गुप्ता ने बदतमीजी की थी।

उल्लेखनीय है कि उक्त शिकायतकर्ता नेशनल हेराल्ड अखबार में काम कर रही थी। देश में बालीवुड तनुश्री दत्ता की ओर से अभिनेता नाना पाटेकर के खिलाफ लगाए गए यौन प्रताड़ना के आरोप के बाद इस मामले में शिकायतों की बाढ़ सी आ गई। कल इसी शिकायत के चलते पूर्व पत्रकार व एनडीए सरकार के विदेश राज्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया। हालांकि जिस वक्त उन पर यौन प्रताड़ना के आरोप लगाए गए थे, उस वक्त वह विदेश में थे। देश लौटने पर उन्होंने पहले पहल तो इस आरोप को नकार दिया और शिकायतकर्ता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर कर दिया। लेकिन अंत में उन्हें इस्तीफा देना ही पड़ा।

नेशनल हेराल्ड के मामले में इसके मुख्य संपादक आगा ने कहा है कि उन्होंने मामले की पूरी तरह जांच कर ली है। अभी तक शिकायतकर्ता ने यौन प्रताड़ना की बात ही नहीं की है। मामले की चर्चा करते हुए आगा ने कहा कि जब निलाभ मिश्र नेशनल हेराल्ड के संपादक थे और उनकी तवीयत बहुत खराब थी तो उत्तम सेन गुप्ता अखबार के प्रभारी संपादक हो गए। इस बीच शिकायतकर्ता ने अपने काम में कोताही बरती, इसलिए गुप्ता ने उन्हें डांटा फटकारा था। आगा ने कहा कि शिकायतकर्ता उनकी पुरानी मित्र रही हैं। इस मामले में भी आगा की बात शिकायतकर्ता से भी बात हुई थी लेकिन उन्होंने कभी भी यौन प्रताड़ना की चर्चा नहीं की थी। आगा ने कहा कि फिर किस आधार पर गुप्ता के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाए।

दूसरी तरफ जब इस संवाददाता ने आगा से पूछा कि नेशनल हेराल्ड के कार्यालय में सुप्रीम कोर्ट की ओर से विशाखा मामले में दिए गए गाइडलाईंस के मुताबिक कोई कमेटी बनी हुई है तो उन्होंने कहा कि एेसी कमेटी मौजूद है। हालांकि जब आगा से यह पूछा गया कि उस कमेटी में किस एनजीओ के प्रतिनिधि सदस्य के रूप में शामिल हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।

हालांकि अपने फेसबुक पोस्ट में शिकायतकर्ता ने कहा है कि उत्तम सेन गुप्ता की धमकी व डराने की कला के कारण ही उन्होंने नेशनल हेराल्ड की नौकरी छोड़ दी। क्या कांग्रेस गुप्ता को अपने अखबार से निकाल बाहर करेगी।

उल्लेखनीय है कि मी-टू आंदोलन की शुरुआत अमेरिका में हुई थी जब वहां की एक सामाजिक कार्यकर्ता तराना बुर्के ने 2006 के दौरान अमेरिकन फिल्म प्रोड्यूसर हार्वे वेंस्टीन पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया था। 

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