नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को ट्वीट करके कहा है कि पड़ोसी राज्यों में फसल जलने के धुएं के कारण दिल्ली गैस चैंबर में बदल गई है। यह बहुत जरूरी है कि हम खुद को इस जहरीली हवा से बचाएं। प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के माध्यम से हमने आज 50 लाख मास्क वितरित करना शुरू कर दिया है। मैं सभी दिल्लीवासियों से आग्रह करता हूं कि जब भी जरूरत हो, उनका उपयोग करें।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने पिछले पांच सालों में प्रदूषण काफी कम किया है। उन्होंने कहा कि अभी 20 दिन पहले तक दिल्ली का आसमान पूरा साफ था यहां रात को तारे दिखाई देते थे। 10 अक्टूबर तक दिल्ली के लोगों ने प्रदूषण कम किया था। एक्सपर्ट बताते हैं कि मार्च से 10 अक्टूबर तक हमने 25 प्रतिशत प्रदूषण कम किया है। उन्होंने कहा कि बाकी राज्यों में प्रदूषण बहुत बढ़ रहा है।
केजरीवाल ने बताया कि आखिर वह तीन कौन सी वजह रही जिससे दिल्ली में प्रदूषण कम हुआ है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में पहले बहुत ज्यादा बिजली का कट लगता था ऐसे में लोग जनरेटर चलाते थे। हमने इस पावर कट को कम किया है जिससे चलते दिल्ली में रात को लाइट जाने में छह लाख जनरेटर चलने बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की एक वजह जनरेटर भी थे।
प्रदूषण कम करने के लिए दूसरा बड़ा कदम था ट्रकों की दिल्ली में एंट्री बैन कर दी। पहले रात को हरियाणा जाने वाले हजारों ट्रक दिल्ली से गुजरते थे जिससे दिल्ली में रात को बहुत प्रदूषण होता था। अब हमने इन ट्रकों के लिए दिल्ली के बाहर से सड़क बना दी है और यह सभी ट्रक अब दिल्ली में नहीं घुसते हैं जिससे प्रदूषण को रोकने में कामयाबी मिली है।
तीसरा सबसे बड़ा कारण है कि हमने दिल्ली में बहुत पेड़ लगाए हैं। इससे प्रदूषण को कम करने में बहुत बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर और नवंबर में पड़ोसी राज्य से धुंआ दिल्ली में आता है। क्योंकि पड़ोसी राज्य का किसान अपने फसल काटता है और उसके बाद जो पराली बचती है उसे जला देता है क्योंकि उसको अगली फसल लगानी होती है। उन्होंने कहा कि इस वक्त हवा का रुख पंजाब और हरियाणा से दिल्ली की तरफ होता है इसलिए यहां प्रदूषण ज्यादा होता है।