24 घंटे में चार संक्रमितों की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

जिले में नहीं थम रहा संक्रमितों की मौत का सिलसिला

Update: 2020-08-10 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। कोरोना से होने वाली मौता का सिलसिला लगातार जारी है। इसी के चलते 24 घंटे में सुपर स्पेशलिटी में भर्ती चार संक्रमितों की मौत हो गई। मरने वालों में से ग्वालियर के तीन व एक गुना का है। ग्वालियर के मरने वालों में किलागेट निवासी गीता बाई (75), उपनगर ग्वालियर निवासी मवासिया (80)और सेवानगर निवासी आरके पुनियानी (79) शामिल हैं। जबकि चौथा संक्रमित मरीज गुना निवासी 38 साल के राजेंद्र नामदेव हैं।

जिले में इन तीन मरीजों को मिलाकर कोरोना से मरने वालों की संख्या 30 पहुंच गई है। इनमें से अगस्त के नौ दिन में 10 मरीज मर चुके हैं। उधर संक्रमित आर.के. पुनियानी की मौत पर परिजनों ने जेएएच के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में जमकर हंगामा मचाया। परिजनों का आरोप था कि चिकित्सक ने समय पर उपचार शुरू नहीं किया, जिस कारण मरीज की मौत हो गई। आर.के. पुनयानी को परिजनों ने शुक्रवार खांसी व बुखार के चलते जयारोग्य के आईसोलेशन में भर्ती कराया था। जहां उपचार के दौरान उन्हें ऑक्सीजन लगाया गया। साथ ही कोरोना की जांच कराई गई। गत दिवस आई रिपोर्ट में उन्हें कोरोना की पुष्टि होने के बाद सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में रात को शिफ्ट किया गया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया और कोरोना मरीजों की गाइड-लाइन के मुताबिक उनके शव को शव विच्छेदन गृह पहुंचा दिया गया। उधर मरीज की मौत की सूचना मिलते ही परिजन अस्पताल पहुँच गए और इलाज में लापरवाही के आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। हंगामे की खबर लगते ही एसडीएम और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। मृतक के बेटे लकी का कहना था कि गत दिवस रात पौने ग्यारह बजे उन्हें सुपर स्पेशलिटी लाया गया। लेकिन बार बार कहने के बाद भी स्टाफ ने उन्हें ऑक्सीजन नहीं लगाई। जिस कारण उनकी मौत हो गई। घंटों हंगामे के बाद पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और शव का विद्युत शव दाह गृह में अंतिम संस्कार कराया।

गार्ड व बाई पर लगाए पैसे मांगने के आरोप

मृतक के बेटे ने गार्ड व बाई पर भी पैसे मांगने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में पहले गार्ड ने 200 रुपए लिए फिर उसने बाइयों के नाम पर चार सौ रुपए मांगे। उसके बाद अंदर स्टाफ ने एक हजार रुपए फिर लिए। जबकि उनको हाथ तक किसी ने नहीं लगाया और जैसे ही हमें वहां से हटाया हम घर भी नहीं पहुंच पाए रास्ते में फोन आ गया कि उनकी मौत हो गई।

प्रशासन ने दिखाए सीसीटीवी फुटेज

हंगामा कर रहे परिजनों की मांग पर प्रशासन ने दो परिजनों को पीपीई किट पहनाकर अंदर भेजा और शव दिखाने के साथ ही सीसीटीव्ही फुटेज भी दिखाए। शव देखकर आए बेटे लकी ने कहा कि मैं पौने ग्यारह बजे छोड़कर गया हूं और चिकित्सकों ने मौत का समय 10.50 लिखा है। ये कैसे हो सकता है। क्योंकि जब में गया था तो वे ठीक थे। उधर एक अन्य परिजन जो हरियाण में चिकित्सक हैं, उन्होंने बताया कि उपचार में लापरवाही बरती गई है। ऑक्सीजन न मिलने के कारण मरीज की मौत हुई।

न्यायालय में करेंगे शिकायत

आर.के. पुनयानी के परिजनों का कहना है कि चिकित्सक की लापरवाही से मरीज की मौत हुई है। हम मरीज को बोलता हुआ सुपर स्पेशलिटी तक छोड़कर आए थे। अगर उन्हें ऑक्सीजन दी जाती तो वह मरते नहीं। इसलिए अब मामले की शिकायत न्यायालय में करेंगे। 

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