सेना की वीरता पर प्रश्नचिन्ह लगाना कांग्रेस की परंपरा: शिवराज सिंह

Update: 2019-03-03 18:35 GMT

राजनीतिक संवाददाता भोपाल

अधिवक्ता वह प्रबुद्ध वर्ग है, जो समाज का मानस तैयार करने का काम करता है। देश में विचार निर्माता यदि कोई है तो वह अधिवक्ता है। विधि प्रकोष्ठ पार्टी का एक प्रबुद्ध प्रकोष्ठ है। जिसका कही न कही हर वर्ग से जुड़ाव रहता है। विधि प्रकोष्ठ की जिम्मेदारियां उसके काम के अनुरूप अधिक हैं। यह बात पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कही।

पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार मनमाने निर्णय ले रही है। रोज सुबह तबादलों की सूची तैयार हो जाती है। कमलनाथ सरकार के लिए लॉ इन आदेशों का मतलब 'पैसा दो ऑर्डर लो' हो गया है। दो माह में इस सरकार का रंग उतर चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भाजपा की चुनी हुई संस्थाओं को निशाना बना रही है। सहकारी बैंकों के भाजपा समर्थित बोर्ड को भंग किया जा रहा है, महापौर को बिना कारण नोटिस दिए जा रहे हैं। कमलनाथ सरकार विद्वेषपूर्ण कार्यवाही कर असंवैधानिक कदम उठा रही है। सरकार के इस मनमाने तरीके का हमें मुखरता के साथ विरोध करना है। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है, लेकिन कुछ जलकुकड़े ऐसे पैदा हो गए हैं, जिन्हें बढ़ता हुआ भारत पसंद नहीं है। पूरे देश में सेना के जयकारें लग रहे हैं लेकिन कुछ लोगों के सीने पर सांप लौट रहे हैं।

लोकसभा चुनाव की तैयारियों की दृष्टि से विधि प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यसमिति बैठक रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय, पं. दीनदयाल परिसर में हुई। बैठक को राष्ट्रीय चुनाव समिति सदस्य एवं वरिष्ठ अभिभाषक राजन खोसला एवं केसो मेहरा ने भी संबोधित किया। लोकसभा के प्रदेश प्रभारी एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, वरिष्ठ नेता शांतिलाल लोढ़ा मंचासीन थे। प्रकोष्ठ के संयोजक संतोष शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रकोष्ठ के आगामी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।

पाकिस्तान की भाषा दोहरा रहे हैं दिग्विजय सिंह

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि आज देश विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। एक तरफ राष्ट्रभक्त लोग हैं जो सेना का मनोबल बढ़ाने का काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी और ऐसे लोग हैं जो देश को कमजोर करना चाहते हैं। यह लड़ाई अच्छाई और बुराई के बीच की है। इस लड़ाई में बौद्धिक वर्ग के सक्षम विधि प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एक ओर देश में शहीद हुए जवानों के लिए आखें नम हैं तो दूसरी ओर पाकिस्तान पर हुई कार्यवाही को लेकर देश में एक अलग उत्साह है। सेना ने जो वीरता दिखाई है। उस पर कुछ लोग प्रश्नचिन्ह खड़ा कर सेना का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार अंतर्विरोधों से घिरी हुई सरकार है। ऐसी सरकार दो-तीन माह में गिर जाएगी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि आप लोग समाज को मानस तैयार करने वाले वो लोग हैं जो समझने और समझाने की ताकत रखते हैं। देश की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए नरेंद्र मोदी की आवश्यकता क्यों है? यह बात जनता के समक्ष रखना है। जन मानस को तैयार कर इसे मतदान तक ले जाने की जिम्मेदारी विधि प्रकोष्ठ की है। 

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