किसानों का और कितना अपमान करेगी सरकार : नेता प्रतिपक्ष

फसल मुआवजा सर्वे के तरीके पर नेता प्रतिपक्ष ने कमलनाथ पर साधा निशाना

Update: 2019-09-30 07:36 GMT

भोपाल। मध्य प्रदेश में अतिवर्षा से बर्बाद हुई फसलों के लिए किसानों को मुआवजा और बीमा राशि दिलवाने के लिए सरकार ने सर्वे कार्य शुरू करवा दिए है। विदिशा जिले में सरकार के सर्वे के लिए अपनाए जा रहे तरीके को लेकर विपक्ष ने घोर आपत्ति जताई है। मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सर्वे के तरीके की भर्त्सना करते हुए इसे किसानों का अपमान बताया है।

दरअसल विदिशा जिले के ग्यासरपुर से सटे मनोरा गांव में सर्वे के लिए पहुंची टीम किसानों के हाथ में स्लेट पकड़ाकर उस पर नाम, फसल और खसरा नंबर लिखकर फोटो खींच रही है। किसानों के हाथों में अपराधियों की तरह स्लेट पकड़ाकर फोटो खींचे जाने पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। भाजपा ने इसे किसानों का अपमान बताते हुए सरकार पर अमानवीयता का आरोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस पूरे मामले पर सोमवार को सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा 'विदिशा जिले के ग्यारसपुर से सटे मनोरा गांव में @OfficeOfKNath सरकार के किसानों के गले में अपराधियों की तरह पट्टी बांध कर खराब फसल का सर्वे करवाया जाना बेहद ही निंदनीय है। मैं प्रशासन के इस कृत्य की कड़े शब्दों में भर्सना करता हूं। यह सरकार किसानों को और कितना अपमानित करेगी?

गोपाल भार्गव यही नहीं रुके उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 'अतिवृष्टि से किसानों की फसले बर्बाद हो गई। पीड़ित किसानों को राहत देने के नाम पर सरकार उनके साथ अपराधियों जैसा सुलूक कर रही है। जो कि @OfficeOfKNath सरकार के अमानवीय चेहरे को उजागर करता है। सर्वे के नाम पर किसानों के हाथों में कैदियों की तरह स्लेट पकड़ाकर उनकी तस्वीर खिंचवाई गई। फर्क इतना था कि इस स्लेट पर अपराध की जगह किसान का नाम, फसल का नाम, खसरा नंबर और जमीन के बारे में लिखा गया है। अन्नदाता के साथ खूंखार या लिस्टेड गुंडों जैसा सलूक किया जाना बेहद ही शर्मनाक है। 

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