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प्रधानमंत्री मोदी के साहसिक फैसले से ही भारत बना अंतरिक्ष सैन्य महाशक्ति : जेटली

Update: 2019-03-27 13:20 GMT

नई दिल्ली। भारत को अंतरिक्ष युद्ध क्षमता से संपन्न देश बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि इससे देश की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि से भारत शांति को भंग करने वाले देशों की नकेल कस सकेगा।

वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली व रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दूरदृष्टि वाले राजनेता हैं तथा वह देश को अगले युद्ध का सामना करने के लिए सक्षम बना रहे हैं। परंपरागत, साइबर और परमाणु युद्ध से आगे जब अंतरिक्ष युद्ध का दौर शुरू होगा तो भारत पूरी तरह सुरक्षित रह सकेगा। इतना ही नहीं, शत्रु देशों पर भी यह अंकुश होगा कि वे शांति भंग न करें।

जेटली ने कहा कि देश के वैज्ञानिक अंतरिक्ष में शत्रु की मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता का विकास और परीक्षण करना चाहते थे। डॉ मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल में जब अंतर्द्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) अग्नि-5 का 21 अप्रैल, 2012 को परीक्षण हुआ था उस समय वैज्ञानिकों ने सरकार से इस संबंध में अनुमति मांगी थी। जेटली के अनुसार तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अंतरिक्ष सैन्य क्षमता का विकास और परीक्षण करने की रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को इसकी अनुमति नही दी।

जेटली के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद रक्षा वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष में शत्रु की मिसाइल को मार गिराने के लिए आवश्यक विकास एवं परीक्षण करने की अनुमति दी। आज पूर्णरूप से स्वदेशी इस कार्यक्रम का सफलतापूर्ण परीक्षण हुआ। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके पूर्व भारतीय जनसंघ ने राष्ट्रवाद की अपनी विचारधारा के अनुरुप रक्षा तैयारियों और रक्षा क्षमता हासिल करने को सदैव प्राथमिकता दी है ।

भाजपा नेता ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सहित विपक्षी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पास पुलवामा आतंकी हमले और बालाकोट एयरस्ट्राइक के समय की गई गलती को सुधारने का मौका है। उन्होंने कहा कि आज की उपलब्धि पर कांग्रेस पार्टी अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन वह भूल रही है कि उसकी सरकार के दौरान रक्षा वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष सैन्य क्षमता विकसित करने से रोका गया। यह उपलब्धि प्रधानमंत्री मोदी के साहसिक और दूरदर्शी निर्णय से ही संभव हो पाया।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा मिशन शक्ति को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत करने के बारे में जेटली ने कहा कि देश की रक्षा तैयारी साल के 365 दिन बिना रुके चलती है। चुनाव हो या न हो, रक्षा तैयारियों में कोई बाधा नहीं आती। उन्होंने ममता की आपत्ति को बाल की खाल निकालना करार दिया ।

उपग्रह विरोधी परीक्षण की तिथि के बारे में विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि पूरा कार्यक्रम स्वदेशी था, इसलिए हर स्तर पर गोपनीयता कायम रखी गई। उन्होंने कहा कि यह आपत्ति हास्यास्पद है कि परीक्षण करने के पहले किसी से पूछा क्यों नहीं गया या इसकी जानकारी लीक क्यों नही की गई।

जेटली ने कहा कि अंतरिक्ष सैन्य क्षमता वाले तीन देश अमेरिका, रूस और चीन हैं और इस ग्रुप के देश यह नहीं चाहेंगे कि कोई अन्य देश इस विशिष्ट क्लब में शामिल हो। ऐसे किसी दबाव से बचने के लिए पूरे कार्यक्रम में गोपनीयता बरती गई।

अंतरिक्ष में निष्क्रिय उपग्रह को मार गिराने के दौरान किसी प्रकार के पर्यावरण प्रदूषण के बारे में जेटली ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने इसका पूरा ध्यान रखा है। कुछ ही समय में वहां का परिवेश साफ और सामान्य हो जाएगा।

उल्लेखनीय है कि भारत ने आज सुबह अपनी अंतरिक्ष सैन्य क्षमता का प्रदर्शन करते हुए अंतरिक्ष में पृथ्वी के समीपवर्ती कक्षा में 300 किलोमीटर दूर एक निष्क्रिय उपग्रह को मार गिराया। इस क्षमता को रक्षा प्रणाली में शामिल किए जाने के बाद भारत परमाणु शक्ति से संपन्न शत्रु की किसी मिसाइल को अंतरिक्ष में ही नष्ट कर सकेगा।

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