SwadeshSwadesh

देशभर में इंदौर अव्वल, बनारस 41 पायदान नीचे

Update: 2019-03-06 17:18 GMT

स्वच्छता सर्वेक्षण 2019

वाराणसी, स्व.स.से.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्वच्छता के मामले में 41 पायदान नीचे चला गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के आधार पर देश के सबसे स्वच्छ और साफ शहरों के नाम का एलान बुधवार को राष्ट्रपति भवन में किया गया। सबसे स्वच्छ शहर का खिताब लगातार तीसरी बार इंदौर को मिला। राजधानी वर्ग में भोपाल सबसे स्वच्छ माना गया। वाराणसी प्रदेश में भी तीन पायदान गिरकर चौथे पर आ गया है। जबकि लगातार दो साल तक पहले स्थान पर रहा। वाराणसी को इस बार देश मे 70वें और प्रदेश में चौथा स्थान मिला है। सर्वेक्षण 2017 में 32वें और 2018 में 29वें स्थान पर वाराणसी रहा था। सर्वे में छत्तीसगढ़ को बेस्ट परफॉर्मेंस स्टेट अवार्ड से नवाजा गया है। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में अहमदाबाद और पांच लाख से कम आबादी वाले शहरों में उज्जैन पहले स्थान पर रहे।

मध्यप्रदेश ने जीते सबसे ज्यादा पुरस्कार

स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 की श्रेणी में सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश के शहरों ने खिताब जीते हैं। मध्य प्रदेश की ओर से मंत्री जयवर्धन सिंह ने ये पुरस्कार लिया। मध्यप्रदेश के इंदौर को सबसे साफ़ शहर, भोपाल को सबसे साफ़ राजधानी और सबसे स्वच्छ छोटा शहर (5 लाख तक की आबादी वाला) कैटेगरी में उज्जैन को सबसे साफ़शहर चुना गया है। बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 पुरस्कारों के लिए किए गए सर्वे में दिल्ली से आई टीम ने राज्य में लंबा वक्त बिताया है। टीम ने सप्ताह भर सेज्यादा समय तक अलग-अलग क्षेत्रों में सर्वेक्षण किया। शहरी विकास मंत्रालय ने देश के अलग अलग राज्यों के 4,237 शहरों में सर्वे किया। इसके बाद अलग-अलगकैटेगरी में रैंकिंग जारी की गई है।

सात वर्गों में दिया गया पुरस्कार

♦ सबसे स्वच्छ शहर: इंदौर

♦ सबसे स्वच्छ राजधानी: भोपाल

♦ सबसे स्वच्छ बड़ा शहर: अहमदाबाद

♦ सबसे स्वच्छ मध्यम आबादी वाला शहर: उज्जैन

♦ सबसे स्वच्छ छोटा शहर : एनडीएमसी दिल्ली

♦ सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट: दिल्ली कैंट

♦ सबसे स्वच्छ गंगा टाउन: गौचर, उत्तराखंड

Similar News