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गुजरात : नौकरशाही की बजह से रूपाणी सरकार से नाराज भाजपा के 23 विधायक

नाराजगी न तो पार्टी से है न ही किसी मंत्री से है। हमारी नाराजगी है प्रशासन से, नौकरशाहों से है।

Update: 2018-06-28 13:30 GMT

नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से भाजपा के लगभग 23 विधायक नाराज हैं। इनमें से मधु श्रीवास्तव, केतन ईमानदार और योगेश पटेल ने तो बाकायदा बैठक करने के बाद खुलेआम कहा कि राज्य के नौकरशाह उनकी कोई बात नहीं सुन रहे हैं। जनता के काम के लिए जाने पर घंटों बाहर बैठाते हैं। यही नहीं जनता के किसी काम के बारे में पूछने पर, पत्र लिखने पर जवाब तक नहीं देते हैं। इन तीनों विधायकों ने यह कह और सनसनी फैला दी है कि उनके अलावा और 20 विधायक नाराज हैं। यानि कुल 23 विधायक नाराज हैं। उनका कहना है कि उनकी नाराजगी न तो पार्टी से है न ही किसी मंत्री से है। हमारी नाराजगी है प्रशासन से, नौकरशाहों से है। हम जन प्रतिनिधि हैं।उस जनता के लिए जिम्मेदार हैं, जिसने हमें चुनकर भेजा है। उनके कार्य के लिए हम जब कुछ कहते हैं और प्रशासन , नौकरशाही उसे सुन ही नहीं रही है, तो हमारे पास आवाज उठाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। इस मुद्दे को लेकर हम लोग दिल्ली जायेंगे, संगठन व सत्ता प्रमुख के सामने उठायेंगे ।

इस बारे में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि इन 3 विधायकों द्वारा यह कहना कि राज्य के नौकरशाह उनकी कुछ सुनते ही नहीं। मिलने जाने पर इंतजार कराते हैं। जनता के किसी कार्य के लिए पत्र लिखते हैं, तो जवाब ही नहीं देते। यह साबित करता है कि राज्य में या तो मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की कोई हनक नहीं है या उन्होंने इन 23 विधायकों के विधानसभा क्षेत्र के जिलाधिकारियों व अन्य अधिकारियों को निर्देश दे रखा है कि इन विधायकों का कोई काम नहीं करना। मिलने आवें तो बाहर बैठाकर इन्तजार कराना। यह करके इन्हें बेइज्जत करना है। इनकी औकात बताना है। वैसे तो मुख्यमंत्री विजय रूपाणी अभी इजरायल गये हैं खेती करने के तरीके सीखने, देखने, समुद्र के खारे पानी को पीने लायक बनाने का इजरायली पद्धति जानने। लेकिन 26 जून को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुजरात में ही थे। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए बैठक भी किया था। उसमें इन विधायकों ने अपनी बात क्यों नहीं रखी। ऐसे में इन विधायकों का नौकरशाहों के विरूद्ध दिल्ली में आला कमान से फरियाद करने जाने की बात कहना बहुतों को जंच नहीं रहा है। लोग आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि यह सब विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए हो रहा है। 

एक वरिष्ठ गुजराती पत्रकार का कहना है कि जहां तक रूपाणी सरकार के गिरने का सवाल है, तो यदि भाजपा के 23 विधायक टूट कर अलग हो जायें तो सरकार गिर जायेगी। लेकिन ऐसा तो है नहीं कि इनके टूट कर अलग होने से कांग्रेस की सरकार बन जाएगी। क्योंकि या तो भाजपा के दो तिहाई विधायक टूटकर कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनावें या भाजपा के 23 विधायक इस्तीफा दे दें, तभी रूपाणी सरकार गिरेगी। 

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