संजय राउत का खुलासा : मुझे भी गुवाहाटी से आया था फोन लेकिन मै ईडी के सामने पेश हुआ
मुंबई पर कब्जा करने के लिए एकनाथ शिंदे के कंधे पर बंदूक रख दी गई है, लेकिन शिवसेना इस साजिश को समझ रही है, इसलिए महाराष्ट्र से मुंबई अलग करने का प्रयास सफल नहीं होने देगी। मुंबई बहुत ही संघर्ष के बाद महाराष्ट्र को मिली है।
मुंबई। शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने शनिवार को आरोप लगाया कि मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश रची गई है। इसी वजह से एकनाथ शिंदे को उकसाकर शिवसेना में सुनियोजित तरीके से बगावत करवाई गई और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी सरकार गिराई गई। इसी कड़ी में भाजपा की मदद से एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे और उनके साथ मौजूद बागी विधायकों का शिवसेना से अब कोई संबंध नहीं है।
राऊत ने पत्रकारों से कहा कि सुनियोजित तरीके से शिंदे गुट को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। शिंदे गुट इसे महसूस कर रहा है। इसी वजह से उनकी तरफ से बार-बार बताने का प्रयास किया जा रहा है कि वे शिवसैनिक हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई पर कब्जा करने के लिए एकनाथ शिंदे के कंधे पर बंदूक रख दी गई है, लेकिन शिवसेना इस साजिश को समझ रही है, इसलिए महाराष्ट्र से मुंबई अलग करने का प्रयास सफल नहीं होने देगी। मुंबई बहुत ही संघर्ष के बाद महाराष्ट्र को मिली है।
सांसद राऊत ने बताया कि शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुलाया था और 10 घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के बारे में राउत ने कहा, मेरे पास गुवाहाटी जाने का विकल्प भी था, लेकिन मैंने ईडी की जांच का सामना किया। अगर सच्चाई आपके पक्ष में है तो डरने की कोई बात नहीं है। राऊत ने आरोप लगाया कि ईडी का डर दिखाकर शिवसेना को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन बालासाहेब ठाकरे का कहना था कि किसी भी विपरीत स्थिति का सामना निडर होकर करना चाहिए। इसलिए हम ईडी से डरेंगे नहीं, सामना करेंगे।