नई दिल्ली। भारत निवार्चन आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही है। झारखंड विधानसभा चुनाव पांच चरणों में होगा। आपको बता दें कि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी को समाप्त होगा।
चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि झारखंड की 81 सीट में से नौ एससी, 28 एसटी सीटें हैं। उन्होंने बताया कि झारखंड में 3.29 करोड़ पूरी जनसंख्या है। इसमें 2.26 करोड़ वोटर हैं जिनमें 1.87 करोड़ पुरुष और 1.08 फीमेल वोटर हैं। उन्होंने कहा कि 100 प्रतिशत मतदाताओं के पास आईडी कार्ड है। इसमें से 19 जिले नक्सल प्रभावित और 13 सर्वाधिक प्रभावित हैं। बाकी 67 विधानसभा में नक्सल प्रभावित हैं। उन्होंने बताया कि 29464 पोलिंग स्टेशन होंगे और पोलिंग स्टेशन पर तमाम सुविधाएं मौजूद होंगी। उन्होंने बताया कि किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन में काई कॉलम खाली छोड़ा तो उसका नामांकन खारिज हो जाएगा।
यह चुनाव ऐसे समय में होने जा रहा है, जब हरियाणा और महाराष्ट्र चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदों के अनुरूप परिणाम नहीं आए हैं। हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा बहुमत के जादुई आंकड़े को पार नहीं कर सकी और उसे सरकार बनाने के लिए जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) का समर्थन हासिल करना पड़ा।
महाराष्ट्र में भाजपा सरकार बनाने को लेकर अपने सहयोगी दल शिवसेना के साथ सत्ता संघर्ष में उलझी हुई है। भाजपा महाराष्ट्र में अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम नहीं है और बहुमत से काफी पीछे है। झारखंड में मुख्यमंत्री रघुबर दास के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद कर रही है।
भाजपा ने 2014 विधानसभा चुनाव में 37 सीटें जीती थी, वहीं उसके सहयोगी दल ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू) ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को सरकार बनाने के लिए 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए 41 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी।