कोरोना संक्रमितों के साथ स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, सूची में नाम-पते गलत, प्रशासन हुआ चकरघिन्नी
- - मरीजों को खोजने चकरघिन्नी होता रहा प्रशासन, नाम पते आए गलत
बैंक प्रबंधक, सह प्राध्यापक, अधिवक्ता, नारी निकेतन व कलेक्ट्रेट के कर्मचारी संक्रमित, सेल्स टैक्स डिप्टी कमिश्नर, विक्रम वुलेन्स के अधिकारी-कर्मचारी संक्रमित मिले
ग्वालियर, न.सं.। जिले में जहां कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जिन संदिग्ध मरीजों के नमूने लिए जा रहे हैं, उसमें नाम व पते तक गलत डाल दिए गए हैं, जिससे विभाग के लोग संक्रमितों को खोजने में शुक्रवार देर रात तक चकरघिन्नी होते रहे और कई संक्रमितों के पते ही नहीं मिल पाए। जिसको लेकर जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय व जिला अस्पताल की लैब में शुक्रवार को 669 संक्रमितों की जांच की गई। रिपोर्ट में कुल 62 संक्रमित निकले हैं। इसमें जीवाजी विश्वविद्यालय के सह प्राध्यापक, अधिवक्ता, नारी निकेतन के चार व कलेक्ट्रेट के तीन कर्मचारी और यंत्री का परिवार भी शामिल हैं।
जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर निवासी 48 वर्षीय संक्रमित सह प्राध्यापक अपने रिश्तेदार की शादी में 7 जुलाई को जबलपुर गए थे। जहां से लौटने के बाद उन्हें बुखार आया तो उन्होंने एक निजी चिकित्सक को दिखाया। सह प्राध्यापक के निवासी के बगल में कन्या छात्रावास भी है। इसी तरह गणपति विहान निवासी 39 वर्षीय संक्रमित अधिवक्ता ने भी बुखार आने पर जांच कराई थी। वहीं नया बाजार की एक्सिस बैंक ब्रांच की बैंक प्रबंधक 34 वर्षीय महिला को भी संक्रमण निकला है। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक खेडापति कॉलोनी स्थित त्यागी नगर निवासी कलेक्शन सेन्टर के कर्मचारी की पत्नी पूर्व में संक्रमित निकली थीं। जिसके बाद अब वह स्वयं और दो बच्चे संक्रमित निकले हैं। इसी तरह बलराम नगर निवासी एसएएफ 17 बटालियन के जवान के भतीजों के बाद अब वह खुद भी संक्रमित निकले हैं।
जबकि नगर निगम के अंतर्गत निर्माणधीन प्रधानमंत्री आवास योजना का निर्माण करने वाली निजी कम्पनी के इंजीनियर के बाद अब उनकी पत्नी, बेटा और साली को भी संक्रमण निकला है। उधर जयारोग्य चिकित्सालय परिसर स्थित नारी निकेतन का चपरासी, महिला लिपिक, महिला कम्प्यूटर ऑपरेटर व सुरक्षाकर्मी को भी संक्रमण निकला है। इन मरीजों के आने से कोरोना संक्रमितों की संख्या 920 पहुंच गई है। इसमें चार की मृत्यु भी हो चुकी है। जबकि शुक्रवार को पांच मरीज ठीक होकर घर पहुंचे।
यह भी निकले संक्रमित
- केन्द्रीय जेल में बंद मुरार निवासी एक युवक को भी संक्रमण निकला है।
- शताब्दीपुरम निवासी 26 वर्षीय संक्रमित गर्भवती महिला का पति सेना का जबान है। महिला को प्रसव के लिए सेना के अस्पताल में जब पति लेकर पहुंचा तो पहले जांच कराई गई।
- विजय नगर निवासी 49 वर्षीय महिला अपने रिश्तेदार के यहां 30 जून को गिरवाई नाका में एक शादी में गईं थीं।
- पिंटो पार्क निवासी जेके टायर का मैनेजर
- एयरफोर्स, महाराजपुरा में बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर 40 वर्षीय युवक
- जिला मुरैना, जौरा के डॉक्टर पति-पत्नी
- क्रोम्पटन ग्रीव्स मालनपुर का कर्मचारी
डिप्टी कमिश्नर सहित बेटी व ड्रायवर संक्रमित:- अलकापुरी निवासी सेल्स टैक्स की डिप्टी कमिश्नर सहित उनकी बेटी व सास और उनका ड्रायवर भी संक्रमित निकला।
कांच मिल में संक्रमित को लेने नहीं पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
वार्ड क्रमांक 17 कांच मिल पर एक व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई। मरीज को भर्ती करने के कोई भी इंतजाम देर रात तक नही हुए। न ही एंबुलेंस आई न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी। क्षेत्र के इंसिडेंट कमांडर गलत नाम पते की बजह से परेशान हो रहे हैं।
7 दिन में 432 संक्रमित
-4 जुलाई-65
-5 जुलाई-55
-6 जुलाई- 61
-7 जुलाई-69
-8 जुलाई-59
-9 जुलाई-63
-10-जुलाई-60
नगर सैनिक, वन रक्षक व कोटवार कर्मचारी होगी कन्टेन्मेंट में तैनात
संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण जिले में 250 कन्टेन्मेंट क्षेत्र घोषित हो चुके हैं। जहां पुलिस बल की तैनाती की गई है। ऐसे में पुलिस की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रभावित हो रही है। इन हालात को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा कोटवार, वन रक्षक व नगर सैनिकों को विशेष पुलिस अधिकारी की शक्तियां प्रदान की गईं हैं। अब इन कर्मचारियों को कन्टेन्मेंट क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।