Kulgam Operation Update: पांचवें दिन 4-5 आतंकवादी घेरे में, अब तक 6 जवान घायल

Update: 2025-08-05 03:30 GMT

Kulgam Encounter Update : जम्मू-कश्मीर। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल जंगल क्षेत्र में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की संयुक्त टीम द्वारा चलाया जा रहा आतंकवाद विरोधी अभियान आज पांचवें दिन में प्रवेश कर चुका है।

जानकारी के मुताबिक, 1 अगस्त 2025 को शुरू हुए इस ऑपरेशन अखल में अब तक तीन आतंकवादी मार गिराए गए हैं, जबकि छह सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। यह अभियान 2025 का सबसे बड़ा आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन माना जा रहा है, जिसमें हाईटेक ड्रोन, अटैक हेलिकॉप्टर, और पैरा कमांडो का उपयोग किया जा रहा है।

रुक-रुककर हो रही गोलीबारी

बीते 1 अगस्त को खुफिया सूचना के आधार पर अखल जंगल क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। इसके बाद भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), और CRPF ने संयुक्त रूप से घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।

तलाशी के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद यह अभियान एक भीषण मुठभेड़ में बदल गया। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, चार से पांच आतंकवादी अभी भी जंगल में फंसे हुए हैं, और उनकी तलाश में रुक-रुक कर गोलीबारी और विस्फोट जारी हैं।

हाईटेक तकनीक का उपयोग

इस ऑपरेशन में आधुनिक तकनीक का व्यापक उपयोग किया जा रहा है। हाईटेक सर्विलांस सिस्टम, थर्मल इमेजिंग ड्रोन, और रुद्र अटैक हेलिकॉप्टर की मदद से आतंकवादियों की सटीक लोकेशन का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। घने जंगल और पहाड़ी इलाके के कारण आतंकियों को ढूंढना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन पैरा कमांडो और विशेष बल दिन-रात अभियान को अंजाम दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के DGP नलिन प्रभात और सेना की 15वीं कोर के कमांडर इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं।

अब तक 6 सुरक्षाकर्मी घायल

इस मुठभेड़ में अब तक छह सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। इनमें से तीन जवान शुक्रवार को, एक जवान रविवार को और दो जवान सोमवार को चोटिल हुए। सभी घायल जवानों को तुरंत सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। सेना ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे मुठभेड़ क्षेत्र से दूर रहें और सुरक्षाबलों का सहयोग करें।

आतंकवादियों की पहचान

मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक की पहचान हारिस नजीर के रूप में हुई है, जबकि अन्य दो की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। सूत्रों के अनुसार, ये आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों से जुड़े हो सकते हैं।

सेना और पुलिस का मानना है कि जंगल में छिपे बाकी आतंकवादी भी विदेशी भाड़े के आतंकी हो सकते हैं, जो हाल के महीनों में जम्मू-कश्मीर में सक्रिय हैं।

कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों का हिस्सा

बता दें कि, यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों की श्रृंखला का हिस्सा है। पिछले सप्ताह पहलगाम में ऑपरेशन महादेव के तहत लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर सुलेमान सहित तीन आतंकवादियों को ढेर किया गया था।

इसके अलावा, 31 जुलाई को पुंछ में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास दो घुसपैठिए आतंकवादी मारे गए थे। कुलगाम का यह अभियान क्षेत्र में शांति बहाल करने और आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। 


Tags:    

Similar News