शर्मनाक: भारतीय सेना को अपशब्द कहने वाले अफरीदी के लिए दुबई में झूम उठा केरल समुदाय…

Update: 2025-05-31 08:48 GMT

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी, जिन्होंने न सिर्फ भारतीय सेना को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए थे, बल्कि पहलगाव की घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियोंं का भी समर्थन किया था। अब उसी अफरीदी के स्‍वागत में भारतीय लोगों का खड़ा न सिर्फ चौंकाने वाला है बल्कि सोचने पर मजबूर करने वाला है कि क्‍यों कुछ भारतीय लोग दुश्‍मन देश की प्रति इतना प्रेम रखते हैं।

हाल ही में अफरीदी ने दुबई में आयोजित एक कार्यक्रम हिस्‍सा लिया था , जहां भारत से गए केरल समुदाय के कुछ लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मंच पर अफरीदी के आते ही लोगों ने "बूम-बूम अफरीदी" के नारे लगाए, डांस किया और तालियों से माहौल गूंजा उठा।

यह दृश्य जब सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो कई लोगों की भावनाएं आहत हुईं और गुस्‍सा फूट पड़ा।

क्या है मामला?

दुबई में एक सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था, जिसमें केरल समुदाय की बड़ी संख्या में मौजूदगी थी। इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में शाहिद अफरीदी को आमंत्रित किया गया था।

जैसे ही अफरीदी मंच पर पहुंचे, कई लोग उन्हें देखने और सेल्फी लेने के लिए टूट पड़े, वहीं कुछ लोग उनके नाम की जय-जयकार करते हुए थिरकने लगे।

याद दिलाता है दर्दनाक हमला

गौरतलब है कि कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अफरीदी ने आतंकियों का बचाव करते हुए भारतीय सेना को अपशब्द कहे थे।

इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ग्रुप TRF ने ली थी।

सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया

अफरीदी का इस तरह स्वागत देख कर लोग सोशल मीडिया पर भड़क उठे। एक यूजर ने लिखा, "शर्म की बात है! जिन लोगों को देशभक्ति का भाव होना चाहिए, वो देशद्रोही मानसिकता को मंच दे रहे हैं।"

एक अन्य ने लिखा, "जिसने हमारे सैनिकों का अपमान किया, उसे मंच देना और नाच-गाकर स्वागत करना हमारे बलिदानों का मज़ाक उड़ाना है।"

अफरीदी का बयान और और गुस्से की वजह

अफरीदी ने मंच से कहा, "मुझे भारत के केरल राज्य और वहां का खाना बहुत पसंद है। केरल के लोग बेहद प्यारे हैं।"

इस बयान ने आग में घी डालने जैसा काम किया, क्योंकि लोग इसे भावनात्मक सहानुभूति जुटाने की कोशिश मान रहे हैं।

आयोजकों पर भी उठे सवाल

आयोजनकर्ताओं की देशभक्ति और सोच पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जिस शख्स ने देश की सेना और शौर्य का अपमान किया, उसी के लिए जब देश के नागरिक उत्साह दिखाएं, तो यह एक सामाजिक चेतना का सवाल बन जाता है। दुबई में जो कुछ हुआ, वो केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि देशभक्ति और संवेदनशीलता की कसौटी पर असफल प्रदर्शन था। सोशल मीडिया की तीखी प्रतिक्रिया भी यह साफ़ संकेत देती है कि भारतवासी अब किसी भी तरह के राष्ट्रविरोधी रवैये को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं।  

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