SwadeshSwadesh

ISRO ने लांच की GSLV-F12 स्वदेशी नेविगेशन सैटेलाइट, Location की मिलेगी सटीक जानकारी

स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी का सोमवार के प्रक्षेपण में इस्तेमाल किया गया है।

Update: 2023-05-29 09:25 GMT

नईदिल्ली/वेबडेस्क।   भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने आज (सोमवार) पूर्वाह्न 10 बजकर 42 मिनट पर जीएसएलवी-एफ12 सैटेलाइट (भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान) को लॉन्च कर दिया।इस सैटेलाइट के जरिये भारत अपनी सीमाओं के साथ आसपास का करीब 1500 किलोमीटर के क्षेत्र में निगरानी कर सकेगा।  

इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया। 51.7 मीटर लंबा जीएसएलवी अपनी उड़ान में 2,232 किलोग्राम वजनी एनवीएस-01 नौवहन उपग्रह को लेकर रवाना हुआ। प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद, रॉकेट लगभग 251 किलोमीटर की ऊंचाई पर भू-स्थिर स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में उपग्रह को स्थापित करेगा। एनवीएस-01 अपने साथ एल1, एल5 और एस बैंड उपकरण ले जाएगा। पूर्ववर्ती की तुलना में, दूसरी पीढ़ी के इस उपग्रह में स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी भी है। 

इसरो ने कहा कि यह पहली बार है जब स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी का सोमवार के प्रक्षेपण में इस्तेमाल किया गया है। वैज्ञानिक पहले तारीख और स्थान का निर्धारण करने के लिए आयातित रूबिडियम परमाणु घड़ियों का इस्तेमाल करते थे। अब, उपग्रह में अहमदाबाद स्थित अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र द्वारा विकसित रूबिडियम परमाणु घड़ी लगी है। यह महत्वपूर्ण तकनीक कुछ ही देशों के पास है।

Tags:    

Similar News