SwadeshSwadesh

ग्लोबल हंगर इंडेक्स : भूख और कुपोषण के मामले में तीन पायदान और फिसला भारत

Update: 2018-10-15 16:05 GMT

नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। भारत 'ग्लोबल हंगर इंडेक्स' में लगातार पिछड़ता जा रहा है। हाल में वर्ष 2018 के लिए जारी सूची में 119 विकासशील देशों की सूची में भारत 103वें स्थान पर है। पिछले वर्ष भारत 100वें स्थान पर था। केंद्रीय कृषि मंत्रालय में इस रिपोर्ट के लेकर हड़कंप मचा है।

वॉशिंगटन स्थित इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट(आईएफपीआरआई) की ओर से वैश्विक भूख सूचकांक पर जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के 119 विकासशील देशों में भूख के मामले में भारत 103वें स्थान पर है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत की स्थिति नेपाल और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों से भी खराब है। इस मामले में चीन भारत से काफी आगे है। चीन 25वें नंबर पर है। वहीं बांग्लादेश 86वें, नेपाल 72वें, श्रीलंका 67वें और म्यामांर 68वें स्थान पर हैं। हालांकि पाकिस्तान भारत से पीछे 106वें स्थान पर है।

एक अनुमान के मुताबिक दुनिया भर में 81.5 करोड़ लोग भूख से पीड़ित हैं, जबकि चार साल पहले यह तादात 77 करोड़ थी। जाहिर है कि भूख से पीड़ित लोगों की तादात बढ़ती जा रही है और यह वैश्विक चिंता का विषय है। जहां तक भारत की बात है तो भारत उत्तर कोरिया, इराक और बांग्लादेश से भी बदतर हालत में है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में तस्वीर विरोधाभासी है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा खाद्यान उत्पादक देश होने के साथ ही इसके माथे पर दुनिया में कुपोषण के शिकार लोगों की आबादी के मामले में भी दूसरे नंबर पर होने का धब्बा लगा है।

भूख पर इस रिपोर्ट से साफ है कि मोदी सरकार के तमाम योजनाओं के ऐलान के बावजूद अगर देश में भूख व कुपोषण के शिकार लोगों की संख्या बढ़ रही है तो योजनाओं को लागू करने में कहीं न कहीं भारी गड़बड़ियां और अनियमितताएं हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) और मिड डे मील जैसे कार्यक्रमों के बावजूद न तो भूख मिट रही है और न ही कुपोषण पर अंकुश लगाने में कामयाबी मिल सकी है। यही कारण है कि कृषि मंत्रालय के अधिकारी अब लीपापोती में जुट गए हैं। 

Similar News