कौन है रामधेर मज्जी? हिड़मा के एनकाउंटर के बाद समकक्ष खूंखार नक्सली में भरा ऐसा खौफ की डाल दिए हथियार
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों की लगातार जारी नक्सल मुक्त अभियान के चलते लाल आंतक अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। प्रदेश में अब 1 करोड़ नक्सली कमांडर के साथ 11 नक्सलियों के सरेंडर से बड़ी सफलता मिली है।
खैरागढ़: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में चलाए गए नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबल के जवानों को लाल आंतक के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। खैरागढ़ में सक्रिय सीसीएम मेंबर रामधेर मज्जी समेत 11 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। सभी नक्सली हथियारों के साथ आत्मसमर्पण करने पहुंचे। नक्सलियों के ग्रुप ने रविवार की रात ही सरेंडर कर दिया था। हालांकि सुरक्षा बल के अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक घोषणा सोमवार की सुबह की थी।
महिला नक्सलियों ने भी डाले हथियार
सरेंडर करने वालों नक्सलियों में 6 महिला नक्सली भी शामिल हैं। सभी नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों के समाने अपने हथियार डाल दिए। लाल आतंक को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब 1 करोड़ के इनाम वाले नक्सली रामधेर मज्जी सुरक्षा
कौन है रामधेर मज्जी
रामधेर मज्जी को नक्सल संगठन में एनकाउंटर में मारे गए खूंखार नक्सली हिड़मा के समकक्ष माना जाता था। वह करीब 30 सालों से नक्सली संगठन में सक्रिय था। मज्जी भी कम खूंखार नहीं था। वह भी सुरक्षाबल के जवानों पर कई आत्मघाती हमलों का मास्टरमाइंड था। रामधेर मज्जी लंबे समय से नक्सली संगठन के शीर्ष नेतृत्व में शामिल था। रामधेर सुरक्षाबल के जवानों से बचने के लिए लगातार अपना स्थान बदल रहा था। वह केंद्रीय कमेटी का मेंबर था।
रामधेर मज्जी का पूरा ग्रुप छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में स्पेशल जोनल कमेटी (MMC) का सक्रिय हिस्सा था। वह तीन राज्यों के छह जिलों में अपनी पैठ बनाकर रखे हुए था। रामधेर के बारे में कहा जाता है कि वह मूल रूप से महाराष्ट्र का रहने वाला था। उसके आत्मसमर्पण से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है।
खूंखार नक्सली ने क्यों किया सरेंडर
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों के खोखली विचारधारा, उनके शोषण, अत्याचार, हिंसा से तंग आकर सीपीआई माओवादी संगठन एमएमसी जोन के शीर्ष माओवादियों ने हथियार डालने का फैसला किया है। उन्होंने माओवादी विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है।
कौन-कौन से हथियार लेकर पहुंचे
नक्सली कमांजर रामधेर मज्जी के साथ 11 और इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। उनके पास 3 नग एके- 47, एक एसएलआर, 3 इंसास, 2 राइफल, कर्बाइन और जिंदा कारतूस मिले हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सरेंडर करने वालों में सीसीएम, डीवीसीएम, एसीएम और पीएम स्तर के नक्सली भी शामिल हैं।
खैरागढ़: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में चलाए गए नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबल के जवानों को लाल आंतक के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। खैरागढ़ में सक्रिय सीसीएम मेंबर रामधेर मज्जी समेत 11 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। सभी नक्सली हथियारों के साथ आत्मसमर्पण करने पहुंचे। नक्सलियों के ग्रुप ने रविवार की रात ही सरेंडर कर दिया था। हालांकि सुरक्षा बल के अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक घोषणा सोमवार की सुबह की थी।
महिला नक्सलियों ने भी डाले हथियार
सरेंडर करने वालों नक्सलियों में 6 महिला नक्सली भी शामिल हैं। सभी नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों के समाने अपने हथियार डाल दिए। लाल आतंक को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब 1 करोड़ के इनाम वाले नक्सली रामधेर मज्जी सुरक्षा
कौन है रामधेर मज्जी
रामधेर मज्जी को नक्सल संगठन में एनकाउंटर में मारे गए खूंखार नक्सली हिड़मा के समकक्ष माना जाता था। वह करीब 30 सालों से नक्सली संगठन में सक्रिय था। मज्जी भी कम खूंखार नहीं था। वह भी सुरक्षाबल के जवानों पर कई आत्मघाती हमलों का मास्टरमाइंड था। रामधेर मज्जी लंबे समय से नक्सली संगठन के शीर्ष नेतृत्व में शामिल था। रामधेर सुरक्षाबल के जवानों से बचने के लिए लगातार अपना स्थान बदल रहा था। वह केंद्रीय कमेटी का मेंबर था।
रामधेर मज्जी का पूरा ग्रुप छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में स्पेशल जोनल कमेटी (MMC) का सक्रिय हिस्सा था। वह तीन राज्यों के छह जिलों में अपनी पैठ बनाकर रखे हुए था। रामधेर के बारे में कहा जाता है कि वह मूल रूप से महाराष्ट्र का रहने वाला था। उसके आत्मसमर्पण से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है।
खूंखार नक्सली ने क्यों किया सरेंडर
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों के खोखली विचारधारा, उनके शोषण, अत्याचार, हिंसा से तंग आकर सीपीआई माओवादी संगठन एमएमसी जोन के शीर्ष माओवादियों ने हथियार डालने का फैसला किया है। उन्होंने माओवादी विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है।
कौन-कौन से हथियार लेकर पहुंचे
नक्सली कमांजर रामधेर मज्जी के साथ 11 और इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। उनके पास 3 नग एके- 47, एक एसएलआर, 3 इंसास, 2 राइफल, कर्बाइन और जिंदा कारतूस मिले हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सरेंडर करने वालों में सीसीएम, डीवीसीएम, एसीएम और पीएम स्तर के नक्सली भी शामिल हैं।