छत्तीसगढ़ में बारिश का दौर जारी: रायगढ़ में केलो डैम के 4 गेट खोले, कई जिलों में यलो अलर्ट

Update: 2025-07-28 03:00 GMT

Chhattisgarh Heavy Rain Yellow Alert : रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटों में बस्तर और दुर्ग संभाग के कुछ इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि रायपुर में रिमझिम बारिश के साथ घने बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने अगले 12 घंटों में कम दबाव का क्षेत्र कमजोर होने की संभावना जताई है, लेकिन 30 जुलाई 2025 तक कहीं-कहीं भारी बारिश की आशंका बनी हुई है। रायगढ़ में केलो डैम के 3 गेट खोल दिए गए हैं, और कई जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।

रायपुर में आज का मौसम

रायपुर में आज आसमान में बादल छाए रहने के साथ बार-बार वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, तापमान 24 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है, जिसमें मेघगर्जन, आकाशीय बिजली, और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

कई जिलों में यलो अलर्ट

मौसम विभाग ने महासमुंद, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, जशपुर, सुरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, और बलरामपुर में यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में मध्यम बारिश के साथ मेघगर्जन और तेज हवाओं की संभावना है। लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।

कहां कितनी बारिश?

पिछले 24 घंटों में छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई। भानुप्रतापपुर में सबसे ज्यादा 10 सेंटीमीटर वर्षा हुई। अन्य स्थानों पर वर्षा का विवरण इस प्रकार है:

बड़े बचेली: 9 सेंटीमीटर

औंधी: 7 सेंटीमीटर

खड़गांव, दुर्गकोंदल, कोटा, दौरा कोचली: 6 सेंटीमीटर

मानपुर, गंगालूर, सूरजपुर, लालबहादुर नगर, पटना, प्रतापपुर, बास्तानार, सोनहत, साल्हेवारा, कोटाडोल: 5 सेंटीमीटर

रामानुजनगर, मोहला, सरसींवा, छुरिया, भटगांव, उसूर, मनेंद्रगढ़, डोंगरगढ़, कुमरदा, ओरछा, पिथौरा, अंबागढ़ चौकी, कुकदूर, बीजापुर, डोंगरगांव: 4 सेंटीमीटर

डौंडी, केल्हारी, कटेकल्याण, बैकुंठपुर, सारंगढ़, खड़गवा, कोहकामेटा, जशपुरनगर, कुआकोंडा, चिरमिरी, सोनाखान, अंतागढ़, चारामा, कांकेर, भानपुरी, नेरहरपुर, करपावंड, छोटेडोंगर, कांसाबेल: 3 सेंटीमीटर

रायगढ़ में केलो डैम की स्थिति

रायगढ़ में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश के कारण केलो डैम का जलस्तर 230.15 मीटर तक पहुंच गया है, जो इसकी कुल क्षमता 233 मीटर के करीब है। भारी बारिश के चलते डैम के 4 गेट खोले गए थे, लेकिन 26 जुलाई को एक गेट बंद कर दिया गया। वर्तमान में 3 गेट खुले हैं, जिससे अतिरिक्त पानी को नियंत्रित किया जा रहा है। इस मानसून सीजन में डैम के गेट 2-3 बार खोले जा चुके हैं। 25 जुलाई तक जिले में 698.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।

12 घंटों में कमजोर हो सकता है सिस्टम 

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में बना सुस्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र रविवार को स्थिर रहा। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला है और दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। यह अगले 12 घंटों में कमजोर होकर निम्न दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है।

मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, एक द्रोणिका उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तरी गंगीय पश्चिम बंगाल से होकर उत्तर-पूर्व बांग्लादेश तक 0.9 से 5.8 किमी ऊंचाई पर फैली है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, कोटा, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, डाल्टनगंज, दीघा, और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली है। यह सिस्टम बारिश की तीव्रता को बढ़ा रहा है।

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